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पुलिस पिटाई के विरोध में मुनस्यारी बंद

संवाद सूत्र मुनस्यारी बीते दिनों मुनस्यारी में थानाध्यक्ष व अन्य पुलिस के जवानों द्वारा रेस्टोरेंट

By JagranEdited By: Published: Tue, 22 Oct 2019 10:19 PM (IST)Updated: Tue, 22 Oct 2019 10:19 PM (IST)
पुलिस पिटाई के विरोध में मुनस्यारी बंद
पुलिस पिटाई के विरोध में मुनस्यारी बंद

संवाद सूत्र, मुनस्यारी : बीते दिनों मुनस्यारी में थानाध्यक्ष व अन्य पुलिस के जवानों द्वारा रेस्टोरेंट चलाने वाले युवक की पिटाई और उसी के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करने को लेकर मुनस्यारी में उबाल आ गया है। आचार संहिता खत्म होते ही पुलिस कार्रवाई के विरोध में मंगलवार को जनता सड़कों पर आ गई। मुनस्यारी बाजार घटना के विरोध में बंद रहा। विशाल जुलूस निकाल कर प्रदर्शन किया गया। प्रदर्शनकारी थाने के समक्ष धरने पर बैठ गए। बात करने के लिए पहुंचे अधिकारियों के आगे प्रदर्शनकारी आरोपित पुलिस कर्मियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करने की मांग पर अड़ गए।

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14 अक्टूबर की रात को मुनस्यारी में रेस्टोरेंट चलाने वाले विरेंद्र सिंह जंगपांगी के साथ कुर्सी नहीं देने पर पुलिस थानाध्यक्ष पीएस चौहान सहित पुलिस जवानों द्वारा मारपीट की गई। आरोप है कि शिकायत लेकर थाने पहुंचे विरेंद्र सिंह के साथ थाने में भी मारपीट की गई और जातिसूचक शब्द कहे गए। प्रकरण की वीडियो भी वायरल हुई है। पुलिस की मार से घायल को जिला अस्पताल लाया गया और वहां से उसे हल्द्वानी रेफर किया गया था। हल्द्वानी के बाद उसे दिल्ली रेफर किया गया। इस दौरान पंचायत चुनाव की आचार संहिता लागू थी। पीड़ित द्वारा थानाध्यक्ष सहित दोषी पुलिस कर्मियों के खिलाफ तहरीर दी गई। तमाम संगठनों ने भी रिपोर्ट दर्ज करने की मांग की थी।

आचार संहिता के चलते जनता ने इस घटना के विरोध में 22 अक्टूबर से आंदोलन की चेतावनी दी थी। इसके बाद मंगलवार को मुनस्यारी बाजार बंद रहा। मुनस्यारीवासी शिशु मंदिर के पास जमा हुए। जहा से नव निर्वाचित जिपं सदस्य जगत मर्तोलिया के नेतृत्व में जुलूस निकाला गया। जुलूस मुख्य बाजार से होते हुए थाने तक पहुंचा। जहां पुलिस ने पहले से ही पचास मीटर दूर वेरिकेटिंग की थी। जिसे लेकर प्रदर्शनकारियों ने रोष भी जताया। वेरिकेटिंग के बाहर प्रदर्शनकारी सड़क पर ही धरने पर बैठ गए। आंदोलन की चेतावनी को देखते हुए वार्ता के लिए एडिशनल एसपी नरेंद्र पंत, सीओ विमल आचार्य और एक अन्य अधिकारी पहुंचे थे।

इस मौके पर पीड़ित की बहन, विधायक हरीश धामी, जिपं सदस्य जगत मर्तोलिया, श्रीराम धर्मशक्तू, तारा पांगती नव निर्वाचित ग्राम प्रधान सुरेंद्र बृजवाल और पुलिस के अधिकारियों के बीच वार्ता हुई। प्रदर्शनकारियों का कहना था कि युवक के साथ अकारण मारपीट को लेकर पुलिस के खिलाफ भी रिपोर्ट दर्ज होनी चाहिए। पीड़ित की तरफ से दी गई तहरीर पर एफआइआर दर्ज करने की मांग पर प्रदर्शनकारी अड़े रहे। पुलिस अधिकारियों ने इस प्रकरण की जांच के बारे में तथा वीडियो की फोरेंसिक जांच के बारे में बताया।

::::---विधायक धामी भी बैठे धरने पर

विधायक हरीश धामी भी प्रदर्शन में पहुंच गए और धरने में बैठे। उन्होंने इस मामले को गंभीर बताते हुए पुलिस कर्मियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज नहीं होने पर प्रकरण को विधानसभा में उठाने की बात कही। उन्होंने पीड़ित को न्याय नहीं मिलने पर आंदोलन को तेज करने की धमकी दी।

:::::::---प्रदर्शन में हल्द्वानी और पिथौरागढ़ से भी पहुंचे लोग

मंगलवार को हुए प्रदर्शन में भाग लेने हल्द्वानी और पिथौरागढ़ से भी लोग पहुंचे। प्रदर्शन करने वालों में प्रमुख लोगों में विधायक हरीश धामी, जिला पंचायत सदस्य जगत मर्तोलिया, श्री राम धर्मशक्तू, खुशाल धर्मशक्तू, केदार मर्तोलिया, पुरमल धर्मशक्तू , देवेंद्र धर्मशक्तू, विनोद पांगती, राजू पांगती सहित विभिन्न संगठनों के लोग व आम जनता मौजूद रही।


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