मुनस्यारी की राजमा का उत्पादन घटा
संवाद सूत्र, मुनस्यारी: मानसून काल में हुई भारी बारिश से इस वर्ष मुनस्यारी की प्रसिद्ध राजमा के उत्पा
संवाद सूत्र, मुनस्यारी: मानसून काल में हुई भारी बारिश से इस वर्ष मुनस्यारी की प्रसिद्ध राजमा के उत्पादन में भारी गिरावट आई है। उत्पादन कम होने के कारण गांवों में ही राजमा 120 रू पये किलो तक बिक रही है।
सीमांत तहसील मुनस्यारी के ऊंचाई वाले गांवों में पैदा होने वाली राजमा अपने विशेष स्वाद के चलते खासी पसंद की जाती है। पिथौरागढ़ जिला मुख्यालय लेकर हल्द्वानी, अल्मोड़ा, दिल्ली और देहरादून तक पहुंचने वाली राजमा के शौकीनों को इस बार मायूस होना पड़ सकता है। ज्यादा बारिश के चलते इस वर्ष उत्पादन कम हुआ है। जिन गांवों में राजमा का उत्पादन होता है उनमें से अधिकांश अब तक सड़क से नहीं जुड़ सके हैं। जिसके चलते उत्पादक जानवरों या स्वयं राजमा ढोकर आस-पास के कस्बों तक पहुंचाते हैं। कस्बों के व्यापारियों से होकर राजमा अन्य स्थानों तक पहुंचती हैं। साईपोलू गांव के लक्ष्मण सिंह ने बताया कि इस वर्ष किसान गांव में ही 120 रुपये किलो पर राजमा बेच रहे हैं। कस्बों तक ढुलान और वहां से जिला मुख्यालय या अन्य स्थानों तक पहुंचने में इसकी लागत 140 रुपये प्रति किलो तक पहुंचेंगी। ऐसे में बाजार में यह 150 रुपये प्रति किलो से कम पर उपलब्ध नहीं हो पाएगी। उत्पादन में आई गिरावट से किसान भी मायूस हैं। काश्तकार देवेंद्र सिंह ने बताया कि तहसील क्षेत्र के अंतर्गत तमाम काश्तकार राजमा उत्पादन से अपनी वर्ष भर का खर्च निकालते हैं। ऐसे में उन्हें आमदनी के लिए अब दूसरे विकल्प तलाशने होंगे।