एक फर्जी मैसेज से मुनस्यारी के विद्यालय रहे बंद
संवाद सूत्र नाचनी (पिथौरागढ़) सब -ए-बरात पर शनिवार को सरकारी विद्यालयों में अवकाश होने के
संवाद सूत्र , नाचनी (पिथौरागढ़) : शब -ए-बरात पर शनिवार को सरकारी विद्यालयों में अवकाश होने के फर्जी मैसेज से मुनस्यारी विकास खंड के नाचनी न्याय पंचायत के विद्यालयों में बच्चे नहीं पहुंचे। अलबत्ता शिक्षकों को फर्जी संदेश होने की पुष्टि होने से शिक्षक विद्यालयों में पहुंचे, परंतु छात्र- छात्राओं के नहीं पहुंचने से शिक्षक दिन भर खाली बैठे रहे।
शनिवार को शब-ए-बरात था। जिसे लेकर शनिवार को अवकाश होने की संभावना थी परंतु न तो कैलेंडर में अवकाश था और नहीं विभाग और जिलाधिकारी द्वारा इस संबंध में कोई आदेश दिया गया। वहीं सोशल मीडिया में शनिवार को अवकाश को लेकर चर्चा होने लगी। हालत यह थी कि देर सायं तक अखबारों के दफ्तरों में तक आज के अवकाश के बारे में पूछा जा रहा था। सोशल मीडिया में हल्द्वानी में एक समाचार पत्र में छपे बीस अप्रैल को रहेगा विद्यालयों में अवकाश का समाचार सोशल मीडिया में चलता रहा। समाचार में इस मामले में अंतिम निर्णय जिलाधिकारी द्वारा लिए जाने की बात थी।
पिथौरागढ़ जिले में न तो जिलाधिकारी और नहीं शिक्षाधिकारी द्वारा अवकाश घोषित किया गया। वहीं मुनस्यारी विकास खंड के अंतर्गत आने वाले नाचनी न्याय पंचायत में शनिवार को प्राथमिक से लेकर इंटर कॉलेजों के बंद रहने का फर्जी मैसेज किसी के द्वारा भेज दिया गया। इस संदेश का असर यह रहा कि शनिवार सुबह छात्र -छात्राएं विद्यालय ही नहीं पहुंचे। यह मैसेज शिक्षकों तक भी पहुंचा। विद्यालयों के आसपास के रहने वाले शिक्षक शनिवार सुबह विद्यालयों में पहुंचे तो सुबह सात बजे खुलने वाले और दस बजे खुलने वाले विद्यालयों में पढ़ने के लिए एक भी बच्चा नहीं पहुंचा। शिक्षकों ने इस संबंध में कुछ बच्चों के अभिभावकों से सम्पर्क किया तो विद्यालयों में आज अवकाश होने के कारण बच्चों के विद्यालय नहीं आने की जानकारी दी गई। अभिभावकों ने बताया कि मोबाइल फोन में यह संदेश आया है।
एक फर्जी संदेश के बाद शिक्षाधिकारी हैरत में रहे। खंड शिक्षाधिकारी ने अधिकांश विद्यालयों में सम्पर्क किया तो विद्यालय खुले मिले परंतु विद्यार्थियों के नहीं आने की सूचना मिली। दूसरी तरफ मुनस्यारी के अन्य न्याय पंचायतों सहित अन्य सात विकास खंडों में विद्यालयों के खुले होने केवल नाचनी न्याय पंचायत में विद्यालयों के बंद होने पर कई स्थानों पर अभिभावक नाराज हो गए। उन्होंने इसके लिए सीधे शिक्षा विभाग पर तोहमत मढ़ी। मैसेज को लेकर रोष जताया। वास्तविकता का पता चलने पर अभिभावकों ने सीईओ से फर्जी मैसेज भेजने वाले का पता लगाने की मांग की है। =======
सोशल मीडिया में किसी के द्वारा फर्जी मैसेज भेज दिया गया था। जिसमें शनिवार को विद्यालयों में अवकाश होने की सूचना है, परंतु सभी विद्यालयों में शिक्षक पहुंचे हैं। खंड शिक्षाधिकारी मुनस्यारी के अनुसार नाचनी न्याय पंचायत के सभी विद्यालय खुले हैं और शिक्षक मौजूद हैं। सभी विकास खंडों में खंड शिक्षाधिकारियों को अपने-अपने क्षेत्र में विद्यालयों के बारे में जानकारी मांगी है। यदि कोई विद्यालय बंद मिला तो कार्यवाही अमल में लाई जाएगी। प्रशासन से फर्जी मैसेज भेजने वाले का पता लगाने का अनुरोध किया गया है।
- अशोक कुमार जुकारिया, मुख्य शिक्षाधिकारी पिथौरागढ़ ======== नाचनी न्याय पंचायत के विद्यालयों का विवरण
राइंका नाचनी, राइंका बांसबगड़, राइंका कोटा पंद्रहपाला, राइंका डोर, राइंका किमखेत, राउमावि सैणरांथी,राइंका होकरा, राइंका बिर्थी राउमावि खतेड़ा हैं। राइंका नाचनी में सर्वाधिक छात्र संख्या है। हाईस्कूल और इंटर कॉलेज में छात्र संख्या ढाई हजार के आसपास है। यहां पर 350 विद्यार्थी पड़ते हैं। न्याय पंचायत में 27 प्राथमिक विद्यालय हैं। प्राथमिक विद्यालयों में छात्र संख्या दस से लेकर पचास तक है।