जिला चिकित्सालय में क्षमता से डेढ़ गुना अधिक मरीज भर्ती
संवाद सहयोगी पिथौरागढ़ मानसून काल शुरू होते ही जिले में मरीजों की तादात बढ़ने लगी है। जिला
संवाद सहयोगी, पिथौरागढ़: मानसून काल शुरू होते ही जिले में मरीजों की तादात बढ़ने लगी है। जिला चिकित्सालय में क्षमता से डेढ़ गुना ज्यादा मरीज भर्ती हैं। ओपीडी दोगुने से ऊपर पहुंच रही है। अस्पताल में चिकित्सकों की कमी से व्यवस्थाओं को बनाए रखने में प्रबंधन को खासी परेशानी झेलनी पड़ रही है।
पांच लाख की आबादी वाले सीमांत जिले में 120 बेड की क्षमता का जिला चिकित्सालय है, जितने बेड स्वीकृत हैं उन्हें लगाने के लिए पर्याप्त कक्ष नहीं है। बरामदों को फाइबर सीट से घेरकर कक्ष बनाए गए हैं। जिला चिकित्सालय में इस समय 175 लोग भर्ती होकर इलाज करा रहे हैं। सामान्य दिनों में जिला चिकित्सालय की ओपीडी जहां 250 तक रहती है वहीं इन दिनों 560 से अधिक मरीज अस्पताल पहुंच रहे हैं। मरीजों को उपचार के लिए घंटों इंतजार करना पड़ रहा है। जिले के दूरदराज से आने वाले मरीजों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। जिला चिकित्सालय में चिकित्सकों के तमाम पद खाली होने से भी लोग परेशान हैं। हार्ट संबंधी बीमारी, चर्म रोग, नाक-कान और गले के उपचार के लिए लोगों को हल्द्वानी के चक्कर काटने पड़ रहे हैं। ========== बढ़ रहे पीलिया टाइफाइड के मरीज पिथौरागढ़: जिला चिकित्सालय में इन दिनों पीलिया और टाइफाइड के मरीजों की तादात ज्यादा है। वरिष्ठ फिजीशियन डॉ. एसएस कुंवर ने बताया कि टाइफाइड और पीलिया से ग्रसित दर्जनों मरीज अस्पताल मरीज पहुंच रहे हैं। उन्होंने इन बीमारियों से बचने के लिए मानसून काल में उबले पानी के सेवन के साथ ही साफ-सफाई रखने की सलाह दी है। ========== जिला चिकित्सालय में रिक्त चिकित्सकों के पद 1. कार्डियोलोजिस्ट
2. फिजीशियन
3. चर्म रोग विशेषज्ञ
4. नाक-कान- गला विशेषज्ञ
========== बेस चिकित्सालय ही है विकल्प पिथौरागढ़: जनपद की चिकित्सा व्यवस्था में सुधार के लिए बेस चिकित्सालय विकल्प है। पिछले एक दशक से इसकी कवायद चल रही है। लिन्ठयुड़ा में निर्माणाधीन बेस चिकित्सालय भवन का निर्माण अब तक पूरा नहीं हो सका है। बेस चिकित्सालय बन जाने से जहां जिले में चिकित्सकों की संख्या बढ़ेगी वहीं चिकित्सकों सहित अन्य सुविधाओं में भी इजाफा होगा। जिस गति से बेस चिकित्सालय का कार्य चल रहा है उसे देखते हुए जिले की जनता को अभी तीन से चार वर्ष इंतजार करना होगा। ========== बदलते मौसम में मरीजों की तादात बढ़ना सामान्य है, भर्ती होने वाले मरीज को हरसंभव सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। जिला चिकित्सालय में चिकित्सकों के रिक्त पद भरने के लिए शासन से पत्राचार किया जा रहा है।
- डॉ. निर्मला पुनेठा, पीएमएस, जिला चिकित्सालय