गाड़ी चलाते समय मोबाइल उपयोग हादसे का बन रहा सबब
जागरण संवाददाता, पिथौरागढ़: सावधानी हटी दुर्घटना घटी यह स्लोगन सड़कों में जगह -जगह पढ़ने को
जागरण संवाददाता, पिथौरागढ़: सावधानी हटी दुर्घटना घटी यह स्लोगन सड़कों में जगह -जगह पढ़ने को मिलता है। दुर्घटना के कारणों में वाहन चलाते समय मोबाइल पर बात नहीं करने के निर्देश भी लिखे होते हैं। इसके बाद भी पढ़े, लिखे चालकों सहित वाहन चलाने वाले लोग इसका पालन करते नजर नहीं आते हैं। वाहन चलाते समय मोबाइल से बात करने पर हल्की सी चूक जान लेवा साबित हो सकती है।
पर्वतीय क्षेत्रों में वाहन दुघर्टना के कारणों में मोबाइल से बात करना, म्युजिक सिस्टम साबित हो चुके हैं। दर्जनों वाहन दुर्घटनाओं का कारण म्युजिक सिस्टम और मोबाइल से बात करना रहा है। यह केवल वाहन चलाते समय ही नहीं अपितु पैदल सड़क पार कर रहे राहगीर पर भी लागू होता है। मोबाइल कान पर लगा कर बात करते या फिर म्युजिक सुनते सड़क पार करना भी कुछ लोगों के लिए आम बात हो चुकी है। यह सब जान के साथ खिलवाड़ है। सड़क पर वाहन चलाने से लेकर सड़क पार करने के लिए नियम हैं। नियमों की अनदेखी अपने ही साथ खिलवाड़ साबित हो सकती है। म्युजिक सिस्टम दुर्घटनाओं का कारण पिथौरागढ़: वाहनों में म्युजिक सिस्टम वाहन दुर्घटनाओं का प्रमुख कारण रहा है। निजी टैक्सियों में रोक के बाद भी म्युजिक सिस्टम लगे रहते हैं। कुछ वाहनों में तेज ध्वनि से म्युजिक सिस्टम चलता है। वाहनों में लगे म्युजिक सिस्टम पुलिस चैक पोस्ट आने पर तो बंद हो जाते हैं । टैक्सियों में कुछ चालकों द्वारा कानफोड़ू म्युजिक बजाया जाता है। वाहन चलाते और सड़क पार करते समय बरते सावधानी 1. वाहन चलाते समय चालक मोबाइल पर बात नहीं करें
2. जरू री होने पर वाहन रोक कर करें बात
3. सड़क पार करते समय मोबाइल पर बात नहीं करें
4. आवश्यक होने पर पहले बात करें तब जाकर सड़क क्रास करें यात्री भी मोबाइल से बात करने से रोक सकते हैं वाहन चलाते समय अमूमन यात्री चालक के मोबाइल से बात करने पर चुप बैठे रहते हैं। कुछ यात्री इसका प्रतिकार करना चाहते हैं परंतु कर नहीं पाते हैं। यदि यात्री चालक को वाहन चलाते समय मोबाइल से बात करने को रोंके तो इसके सार्थक परिणाम सामने आ सकते हैं। इसके लिए सवारियों को भी सजग होना पड़ेगा।
दरबान सिंह , टीएसआइ
ओपी अवस्थी