जीआइएस तकनीक से हो रही पिथौरागढ़ की मैपिंग
केंद्र सरकार ने हाल ही में पिथौरागढ़ के विकास के लिए 250 करोड़ की राशि स्वीकृत की है।
संवाद सहयोगी, पिथौरागढ़ : सीमांत शहर की जीआइएस मैपिंग का कार्य शुरू हो गया है। ड्रोन के जरिये पूरे नगर पालिका क्षेत्र के नक्शे तैयार किए जा रहे हैं। भविष्य में इन नक्शों की मदद से सीवर लाइन बिछाने सहित तमाम विकास कार्यो में मदद मिलेगी।
केंद्र सरकार ने हाल ही में पिथौरागढ़ के विकास के लिए 250 करोड़ की धनराशि स्वीकृत की है। इस राशि से तमाम विकास कार्य कराए जाने हैं। इनमें मुख्य सीवर लाइन पर 50 करोड़ की धनराशि खर्च की जानी है। नई सीवर लाइन नगर के उत्तरी हिस्से में बिछाई जानी है। इस हिस्से के अंतर्गत लिन्ठयुड़ा, सिल्थाम, भाटकोट, रई, नेडा, बस्ते और दौला क्षेत्र आते हैं।
इस बार सीवर लाइन के लिए मैपिंग का कार्य टाटा कंसलटैंसी कंपनी को सौंपा गया है। पिथौरागढ़ पहुंची कंपनी के सदस्यों ने शनिवार को नगर में ड्रोन उड़ाकर मैपिंग का कार्य शुरू कर दिया है। अगले कुछ दिनों में मैपिंग पूरी कर ली जाएगी। पालिकाध्यक्ष राजेंद्र सिंह रावत ने कहा है कि जीआइएस मैपिंग से शहर के विकास में मदद मिलेगी। भविष्य में इसकी मदद से अन्य विकास कार्य भी कराए जाएंगे।