करोड़ों की लागत से बनी मंडी, 10 वर्ष बाद भी नहीं हुआ शुरू
संवाद सूत्र, थल: प्रदेश में करोड़ों की धनराशि खर्च कर तमाम विकास कार्य तो कराए जा रहे हैं,
संवाद सूत्र, थल: प्रदेश में करोड़ों की धनराशि खर्च कर तमाम विकास कार्य तो कराए जा रहे हैं, लेकिन इनका कोई लाभ आम जनता को नहीं मिल रहा है। ऐसे ही विकास कार्यो में शामिल है थल की कृषि मंडी। जिसका निर्माण प्रदेश के वर्तमान मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने पूर्व में कृषि मंत्री रहते हुए कराया था। करोड़ों खर्च कर तैयार हुआ मंडी 10 वर्ष बाद भी शुरू नहीं किया जा सका है।
थल, नाचनी, मुवानी, पांखू आदि घाटी क्षेत्र के किसानों की उपज का बेहतर मूल्य दिलाए जाने के साथ ही किसानों को खाद, बीज, रसायन आदि समय से उपलब्ध कराने के लिए दस वर्ष पूर्व तत्कालीन कृषि मंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने थल में कृषि मंडी का निर्माण कराया था। मंडी निर्माण के दौरान किसानों को बड़े-बड़े सपने दिखाए गए थे, लेकिन ये सपने पूरे नहीं हुए। 10 वर्ष बाद भी मंडी का संचालन नहीं हुआ है।
सरकार एक ओर किसानों की आमदनी दोगुनी करने के लिए तमाम योजनाएं चला रही है। बड़े-बड़े दावे किए जा रहे हैं, लेकिन धरातली सच्चाई कुछ और कहानी बयां कर रही हैं। कई बार मंडी संचालन की मांग कर चुके क्षेत्र के किसानों ने प्रदेश के मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर उनके कार्यकाल में बनाई गई कृषि मंडी की याद दिलाते हुए इसका संचालन शुरू कराए जाने की मांग की है। मंडी भवन देखरेख नहीं होने के कारण जर्जर होता जा रहा है।