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पंथागांव में भारी बारिश से रसोईघर ध्वस्त, सामान मलबे में दबा

तहसील धारचूला में हो रही भारी बारिश से बलुवाकोट क्षेत्र के पंथागांव में रसोईघर ध्वस्त हो गया।

By JagranEdited By: Published: Tue, 27 Jul 2021 10:37 PM (IST)Updated: Tue, 27 Jul 2021 10:37 PM (IST)
पंथागांव में भारी बारिश से रसोईघर ध्वस्त, सामान मलबे में दबा
पंथागांव में भारी बारिश से रसोईघर ध्वस्त, सामान मलबे में दबा

संसू, बलुवाकोट: तहसील धारचूला में हो रही भारी बारिश से बलुवाकोट क्षेत्र के पंथागांव में रसोईघर ध्वस्त हो गया। रसोईघर की दीवारों के हिलते ही लोगों के बाहर आने से बड़ा हादसा टल गया।

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सोमवार की सायं पंथागांव निवासी डिगर सिंह पुत्र नैन सिंह के परिवार के लोगों ने मकान से सटे रसोईघर में भोजन बनाया । भोजन करने के बाद जब परिवार के लोग रसोईघर में बैठे थे और बाहर मूसलाधार बारिश हो रही थी। बारिश के चलते रसोइघर की दीवार और छत हिलने लगी। रसोईघर के गिरने के अंदेशे केा देखते हुए परिवारजनों ने बाहर को दौड़ लगा दी । इसी बीच रसोईघर ध्वस्त हो गया। रसोईघर में रखा राशन सहित अन्य सामान मलबे में दब गया है। पीडिृत परिवार ने सारा राशन रसोईघर में ही रखा था। पीड़ित परिवार ने इसकी सूचना तहसील प्रशासन को दे दी है। पूर्व वन सरपंच पूर्व सैनिक चंचल सिंह ऐरी ने कहा है कि पीड़ित परिवार गरीब परिवार है। उन्होंने प्रशासन से क्षति का आंकलन कर राहत राशि प्रदान करने की मांग की है। ========= दारमा मार्ग अभी भी बंद, 36 गांवों में स्थिति खराब

पिथौरागढ़/धारचूला: चीन सीमा को जोड़ने वाला तवाघाट- सोबला- दारमा मार्ग 40वें दिन भी बंद रहा। गर्बाधार-लिपुलेख मार्ग पर गुंजी तक वाहन चलने लगे है़। जिले में सत्रह मार्ग अभी भी बंद हैं। दारमा मार्ग पर कंच्योती के पास पुल निर्माण का कार्य अभी प्रारंभ नहीं हुआ है।

धारचूला में तवाघाट-सोबला-तिदांग मार्ग बंद होने से उच्च हिमालयी दारमा के तेरह गांव, तल्ला दारमा के एक दर्जन से अधिक गांव और चौदास घाटी के भी एक दर्जन गांव अलग-थलग पड़े हैं। कंच्योती में बहे पुल के स्थान पर नए मोटर पुल का निर्माण नहीं होने तक मार्ग के खुलने के आसार नहीं है। दारमा, चौदास के ग्रामीण जान हथेली पर रख कर आवाजाही कर रहे हैं। जिले के 17 मार्ग बंद होने से हजारों की आबादी प्रभावित है।

रविवार की रात्रि पिथौरागढ़ में 5 एमएम, गंगोलीहाट में 5 एमएम, बेरीनाग में 11.20 एमएम, डीडीहाट में 5.50एमएम, मुनस्यारी में 12.20 एमएम और धारचूला में 2.4 एमएम बारिश हुई। काली नदी का जलस्तर बढ़ रहा है। धारचूला में काली नदी 888.65 मीटर पर बह रही है। काली नदी का चेतावनी स्तर 889 मीटर है। जौलजीबी -मुनस्यारी मार्ग में कई स्थानों पर दलदल बने होने से वाहन संचालन में दिक्कत आ रही है। दलदल में वाहन फंस रहे हैं। मौसम विभाग के अनुसार अभी मौसम खराब रहने के आसार हैं। मंगलवार को उच्च हिमालय में कुछ देर मौसम खुलने पर हेलीकॉप्टर से रेस्क्यू किया गया। अपरान्ह तक दो बार हैलीकॉप्टर ने उच्च हिमालय के चक्कर लगाए । कुछ लोगों को धारचूला लाया गया।


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