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ससुराल गए ग्रामीण की खाई में गिरने से मौत

जागरण संवाददाता, पिथौरागढ़: अंत्योदय परिवार के एक युवक की ससुराल जाते समय खाई में गिरने से

By JagranEdited By: Published: Fri, 08 Feb 2019 10:49 PM (IST)Updated: Fri, 08 Feb 2019 10:49 PM (IST)
ससुराल गए ग्रामीण की खाई में गिरने से मौत
ससुराल गए ग्रामीण की खाई में गिरने से मौत

जागरण संवाददाता, पिथौरागढ़: अंत्योदय परिवार के एक युवक की ससुराल जाते समय खाई में गिरने से मौत हो गई। युवक के शव का पोस्टमार्टम करने के बाद श व को घर ले जाने के लिए किराया तक नहीं होने से परिजन पोस्टमार्टम हाउस से शव नहीं उठा सके । अंत में एसडीएम द्वारा किराए दिए जाने के बाद शव को जिला मुख्यालय से गांव तक ले जाया गया।

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तहसील धारचूला के बलुवाकोट ग्राम पंचायत के तोक गांव लेक निवासी सुरेश सिंह 32 वर्ष पुत्र तेज सिंह दो दिन पूर्व अपनी ससुराल कालिका केक रिणुवा गांव गया था। ससुराल जाते समय वह रास्ते में खाई में गिर कर बुरी तरह जख्मी हो गया। जिसका प्राथमिक उपचार स्थानीय अस्पताल में कराने के बाद उसे जिला अस्पताल पिथौरागढ़ रेफर कर दिया गया। जिला अस्पताल में उपचार के दौरान बीती रात्रि उसकी मौत हो गई। शुक्रवार सुबह उसके शव का पिथौरागढ़ में पोस्टमार्टम कराया गया। पोस्टमार्टम के बाद जब शव को उठा कर घर ले जाने की बात आई तो साथ में आए परिजनों के पास शव को 80 किमी दूर गांव तक ले जाने के लिए किराया तक नहीं था। ऊपर से शव ले जाने वाले वाहन द्वारा तीन हजार का किराया लिया जा रहा था।

दूरस्थ गांव से आए गरीब परिजन जिला मुख्यालय में असहाय नजर आए। जिसके चलते पोस्टमार्टम हाउस से शव को तक नहीं उठा पा रहे थे। अंत्योदय परिवार के मृतक के परिजनों के पास शव को घर तक ले जाने के लिए रु पए तक नहीं थे। साथ आए एक परिजन ने इसकी सूचना बलुवाकोट के वन सरपंच , पूर्व सैनिक चंचल सिंह ऐरी को दी। श्री ऐरी ने इस संबंध में धारचूला एसडीएम आरके पांडेय को स्थिति से अवगत कराया। उन्होंने कहा कि अंत्योदय परिवार के पास शव को घर तक लाने के लिए तीन हजार रु पए की धनराशि नहीं है।

धारचूला से पिथौरागढ़ आ रहे एसडीएम आरके पांडेय ने संवेदना दिखाते हुए शव लाने वाले वाहन को अपने से तीन हजार रु पए दिए तब जाकर परिजन शव को अपने गांव को ले जा सके। शव को पैतृक गांव ले जाकर अंतिम संस्कार करने के लिए परिजन पिथौरागढ़ में चार घंटे लाचारी में रहे। मृतक अंत्योदय परिवार का एकमात्र कमाऊ सदस्य था। जो मेहनत , मजदूरी कर परिवार का पालन कर रहा था। उसकी एक सात साल की पुत्री और एक चार साल का पुत्र है। कमाऊ सदस्य के चले जाने से इस परिवार का भविष्य अंधकार में है। ग्रामीणों ने शव को ले जाने के लिए एसडीएम द्वारा दिए गए सहयोग पर आभार जताया है।


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