बरार परियोजना में लिकेज का पानी घरों में घुसा
संवाद सूत्र, थल: बरार परियोजना में एक बार फिर लिकेज की समस्या पैदा हो गई है। लिकेज का पानी प
संवाद सूत्र, थल: बरार परियोजना में एक बार फिर लिकेज की समस्या पैदा हो गई है। लिकेज का पानी परियोजना स्थल के समीप बने कई घरों में घुस गया। इससे घरों में रखा सामान बर्बाद हो गया। गुस्साए ग्रामीणों ने परियोजना प्रबंधन के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए योजना में सुधार की मांग की।
750 मेगावाट की बरार जल विद्युत परियोजना की नहर में कुछ वर्ष पूर्व लिकेज की समस्या पैदा हुई थी। परियोजना का संचालन कर रहे उरेडा ने लिकेज रोकने के लिए अच्छी खासी रकम खर्च की। कुछ दिन लिकेज रू की भी, लेकिन गुरू वार को नहरों में फिर भारी लिकेज शुरू हो गया है। लिकेज का पानी कई घरों में घुस गया। इससे ग्रामीणों का घरों में रखा सामान बर्बाद हो गया। ग्रामीणों ने कहा कि लिकेज के चलते पूर्व में उनकी कई नाली भूमि बर्बाद हो गई। जल भराव के चलते लोगों ने खेती करनी ही छोड़ दी। ग्रामीणों ने कहा कि लंबे समय से नहर के स्थान पर पाइप लाइन बिछाए जाने की मांग की जा रही है, लेकिन इस पर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। ग्रामीणों ने कहा कि शीघ्र लिकेज रोकने के ठोस इंतजाम नहीं किए गए तो ग्रामीण विभाग के खिलाफ उग्र आंदोलन छेड़ देंगे। नहर में रिसाव की सूचना मिलते ही नहर को बंद करने के निर्देश ठेकेदार को दे दिए गए हैं। जल्द ही नहर का रिसाव ठीक कर लिया जाएगा। इसके बाद भी परियोजना का संचालन होगा। सुरेंद्र सिंह रावत, सहायक अभियंता, उरेड़ा