भारत-कजाकिस्तान संयुक्त युद्धाभ्यास काजिंद संपन्न
पिथौरागढ़ जिला मुख्यालय के सैन्य क्षेत्र में चले 14 दिवसीय भारत-कजाकिस्तान का युद्धाभ्यास खत्म हो गया।
संवाद सहयोगी, पिथौरागढ़ : पिथौरागढ़ जिला मुख्यालय के सैन्य क्षेत्र में चले 14 दिवसीय भारत-कजाकिस्तान संयुक्त सैन्य अभ्यास काजिंद 2019 संपन्न हो गया है। इस संयुक्त युद्धाभ्यास में दोनों देशों की सेनाओं ने योजनाबद्ध तरीके से पहाड़ी व जंगली इलाके में आतंकियों का सफाया कर अपने मिशन को पूरा किया। समापन अवसर पर दोनों देशों के जवानों व अधिकारियों ने आकर्षक परेड निकाली। इस मौके पर दोनों सेनाओं के मेजर जनरल मौजूद रहे।
गत 3 अक्टूबर को भारत व कजाकिस्तान का संयुक्त सैन्य अभ्यास शुरू हुआ था। 14 दिवसीय युद्धाभ्यास में भारत की ओर से 2 राजपूत रेजीमेंट जोशीमठ ने प्रतिभाग किया। इस संयुक्त अभ्यास का उद्देश्य पहाड़ी क्षेत्रों में आतंकवाद विरोधी ऑपरेशनों को अंजाम देना था। अभ्यास के प्रथम चरण में कजाकिस्तान के सैनिकों ने भारत के आधुनिक हथियार, सैन्य उपकरण आदि के बारे में जाना। अभ्यास के दौरान दोनों देशों के जवानों ने पहाड़ी व जंगली इलाकों में आतंकवाद के खिलाफ व्यूह रचना, क्षेत्रीय नियंत्रण, चारों तरफ घेराबंदी कर आतंकियों को मार गिराने व उन्हें ढूंढने की प्रक्रिया सीखी। युद्धाभ्यास के अंतिम 48 घंटे में जवानों ने अपनी सैन्य क्षमता का प्रदर्शन किया। जिसमें जवानों ने विषम परिस्थितियों में आतंकियों का खात्मा करने का अभ्यास किया। दोनों देशों की सैन्य टुकड़ियों ने गांव में छिपे आतंकियों को पकड़ने के लिए सर्च ऑपरेशन चलाया। जिसमें आतंकवादियों को मार गिराने व जिंदा पकड़ने का सफल अभ्यास किया गया। इस दौरान दोनों ही देशों ने विभिन्न सैन्य ऑपरेशनों व आतंकवाद विरोधी जवाबी कार्रवाई के अनुभव एक-दूसरे से साझा किए। समापन अवसर पर दोनों देशों के अधिकारियों व जवानों ने सेना के मैत्री ग्राउंड में आकर्षक परेड निकाली। इस मौके पर भारत की ओर से मेजर जनरल कबींद्र सिंह, कर्नल नवनीत छैल और कजाकिस्तान की ओर से मेजर जनरल दौलत ऑस्पानव व ले. कर्नल यर्जमख ने शिरकत की। सैन्य अधिकारियों ने कहा कि संयुक्त प्रशिक्षण निसंदेह एक अभूतपूर्व सफलता थी। दोनों सेनाओं के बीच समझ को बढ़ावा देने के साथ ही यह दोनों राष्ट्रों के बीच संबंधों को और अधिक मजबूत करने में मदद करता है। इस संयुक्त युद्धाभ्यास में भारत की ओर से 13 अधिकारी व 47 जवान और कजाकिस्तान की ओर से 14 अधिकारी व 46 जवानों समेत कुल 120 अधिकारियों व जवानों ने प्रतिभाग किया।
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युद्ध मैदान के साथ ही खेल मैदान में भी दिखाई प्रतिभा
संयुक्त युद्धाभ्यास के दौरान दोनों देशों के जवानों ने अपनी खेल क्षमता का भी प्रदर्शन किया। दोनों देशों के मध्य फुटबॉल, बॉस्केटबॉल मैत्री मैच खेला गया। जिसमें दोनों ही देशों के जवानों ने शानदार प्रदर्शन किया।
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सांस्कृतिक कार्यक्रम में झूमे जवान
युद्धाभ्यास के दौरान सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन भी किया गया। जिसमें दोनों ही देशों की संस्कृति की झलक देखने को मिली। जवानों ने अपने-अपने देशों के कार्यक्रम प्रस्तुत किए। इस दौरान कजाकिस्तान के सैनिकों द्वारा गाए गए भारतीय फिल्मी गीत विशेष आकर्षण का केंद्र रहे। वहां मौजूद सैन्य अधिकारियों व जवानों ने सांस्कृतिक कार्यक्रमों का खूब लुत्फ उठाया।