जाख से रामेश्वर तक प्रस्तावित सड़क बन जाती तो नहीं झेलनी पड़ती फजीहत
अगर जाख से रामेश्वर प्रस्तावित सड़क बन जाती तो अभी एनएच पर यात्रियों को फजीहत नहीं झेलनी पड़ती।
संवाद सहयोगी, पिथौरागढ़: तीन माह के भीतर नेशनल हाईवे को तीसरी बार बंद करना पड़ा है। यात्रियों को भारी परेशानी झेलनी पड़ रही है। शासन-प्रशासन संभावित परेशानी को पहले खाका खींच लेता तो एनएच का काम भी समय से निपटता और लोगों को फजीहत भी नहीं झेलनी पड़ती।
पिथौरागढ़ जनपद के अंतर्गत आने वाले नेशनल हाईवे के हिस्से में चट्टान कटिंग के लिए कई बार मार्ग बंद करना पड़ा है। तीन माह के भीतर ही शुक्रवार से अगले 15 दिनों के लिए हाईवे को बंद किया गया है। मजबूरी में लोग 55 किमी. की अतिरिक्त यात्रा कर रहे हैं या यात्रा स्थगित करने को बाध्य हैं। इन सब परेशानियों से बचने का विकल्प उपलब्ध था। जाख से रामेश्वर तक प्रस्तावित सड़क इसका विकल्प हो सकता था। लगभग 10 किमी. लंबी इस सड़क के तीन चौथाई हिस्से में कार्य हो चुका है, लेकिन एक चौथाई हिस्सा पिछले एक दशक से अटका पड़ा है। पूर्व मुख्य सचिव ने भी इस विकल्प को तैयार करने के निर्देश दिए थे, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। विकल्प तैयार हो जाता तो लोगों को परेशानी नहीं झेलनी पड़ती। ======= जाख-रामेश्वर सड़क को तैयार करने का प्रस्ताव शासन से स्वीकृत हो चुका है। डीपीआर तैयार की जा रही है। जल्द ही सड़क को पूरा करने का काम शुरू कर दिया जाएगा।
- सीपी सिंह, अधिशासी अभियंता लोनिवि, पिथौरागढ़