खलियाटॉप में हिमपात, मुनस्यारी में भारी बारिश
संवाद सूत्र, मुनस्यारी: तहसील मुख्यालय के नजदीकी इलाकों में नवंबर में मंगलवार को तीसरी बार हिमपात
संवाद सूत्र, मुनस्यारी: तहसील मुख्यालय के नजदीकी इलाकों में नवंबर में मंगलवार को तीसरी बार हिमपात हुआ। निचले इलाकों में भारी बारिश से पूरे तहसील क्षेत्र में कड़ाके की ठंड शुरू हो गई है। किसान इस बारिश को संजीवनी मान रहे हैं।
सीमांत तहसील मुनस्यारी में अमूमन दिसंबर के मध्य से ही हिमपात होता है, जो फरवरी तक चलता है, लेकिन इस वर्ष नवंबर प्रथम सप्ताह से ही हिमपात शुरू हो गया है। मंगलवार को मुनस्यारी के नजदीक खलियाटॉप और नागलिधूरा में हिमपात हुआ। खलियाटॉप में तीन इंच हिमपात हुआ है। तहसील मुख्यालय मुनस्यारी और निचले इलाकों में मंगलवार सुबह से ही बारिश शुरू हो गई। दोपहर बाद बारिश काफी तेज हो गई। बारिश और हिमपात से पूरे तहसील क्षेत्र में कड़ाके की ठंड पड़ रही है। ठंड के चलते मुनस्यारी बाजार में सन्नाटा पसरा रहा। तहसील क्षेत्र की ऊंची चोटी पंचाचूली, हंसालिंग, राजरंभा बर्फ से लकदक हो गई हैं। कृषि विज्ञान केंद्र के प्रभारी जितेंद्र क्वात्रा ने बताया कि इस वर्ष मानसून काल में बारिश अच्छी होने से ऊंचाई वाले इलाकों में अच्छी नमी बनी हुई है, जिससे बारिश और हिमपात हो रहा है। उम्मीद है कि इस वर्ष दिसंबर माह में मुनस्यारी बाजार में भी अच्छा हिमपात होगा। मुनस्यारी तहसील में नवंबर में हो रही बारिश और बर्फवारी खेती और उद्यानों के लिए अच्छा संकेत हैं। निचले इलाको में बर्फवारी से रबी की फसलों की बुआई के लिए खेतों को पर्याप्त पानी मिलेगा। इससे फसल अच्छी होगी। शीतकाल में लगाए जाने वाले आडू, पलम, खुबानी आदि के पौध भी अच्छी तरह जमेंगे। जिले में कुल बीस हजार हेक्टेयर क्षेत्रफल में रबी की फसल की बुआई व बागवानी की जाती है।
-डा.मीनाक्षी जोशी, मुख्य उद्यान अधिकारी, पिथौरागढ़