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भारी बारिश ने मचाई तबाही, मकानों में घुसा मलबा; कैलास मानसरोवर मार्ग बाधित

धारचूला में बारिश के दौरान भूस्खलन होने से कैलास मानसरोवर यात्रा का पैदल मार्ग बंद हो गया। वहीं, बांगापानी तहसील के समाल गांव में आधा दर्जन से अधिक घरों में मलबा घुस गया।

By BhanuEdited By: Published: Fri, 29 Jun 2018 11:17 AM (IST)Updated: Fri, 29 Jun 2018 09:12 PM (IST)
भारी बारिश ने मचाई तबाही, मकानों में घुसा मलबा; कैलास मानसरोवर मार्ग बाधित
भारी बारिश ने मचाई तबाही, मकानों में घुसा मलबा; कैलास मानसरोवर मार्ग बाधित

पिथौरागढ़, [जेएनएन]: मानसून के उत्तराखंड में प्रवेश करते ही बारिश लोगों को डराने लगी है। धारचूला में बारिश के दौरान भूस्खलन होने से कैलास मानसरोवर यात्रा का पैदल मार्ग बंद हो गया। वहीं, बांगापानी तहसील के समाल गांव में आधा दर्जन से अधिक घरों में मलबा घुस गया। खेत भी मलबे से पट गए हैं। 

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मार्ग बंद होने से हालांकि कैलास मानसरोवर यात्रियों को इसका असर नहीं पड़ा। कारण यह है कि पिथौरागढ़ से गूंजी तक इस बार यात्री हेलीकॉप्टर से यात्रा कर रहे हैं। वहीं, आदि कैलाश यात्रा का यह रूट होने के कारण करीब 34 यात्रियों का दल रास्ते पर ही रुका है। 

धारचूला में गत रात हुई भारी बारिश के दौरान घटखोला के पास निर्माणाधीन मार्ग पर आसपास की पहाड़ी का मलबा आ गया। मलबे की सूचना प्रशासन तक पहुंच गई, लेकिन दुर्गम इस क्षेत्र में त्वरित कार्रवाई नहीं हो सकी। ऐसे में आदि कैलास यात्रियों को सड़क खुलने का इंतजार है। 

शुक्रवार सुबह सवा पांच बजे आदि कैलास यात्रा दल आधार शिविर धारचूला से रवाना हुआ। दो किमी आगे घटखोला के पास मलबा आने से फंसा रहा। दल आठ बजे वापस आधार शिविर लौटा। जहां पर दल के यात्रियों ने नाश्ता किया। साढ़े नौ बजे मार्ग खुला, तब दल आगे बढ़ा। 

11 बजे लगभग 30 किमी दूर पांगला पहुंचा। पांगला से आगे मार्ग बंद होने से अब दल वहां पर फंसा है। जल्दी मार्ग नही खुलने पर दल को वापस धारचूला लाया जाएगा। सड़क मार्ग से लखनपुर तक पहुंचने के बाद यात्रियों को 19 किमी की पैदल यात्रा करनी पड़ती है। पूरे मार्ग में सबसे जोखिम भरा ओर लंबा पैदल मार्ग लखनपुर से बूंदी तक ही है।

पिथौरागढ़ के धारचूला बंगापानी क्षेत्र में रात को 152 एमएम वर्षा हुई है। इस दौरान समाल गांव के जारा जिवली तोक में भारी बारिश के चलते भूस्खलन का मलबा घुस गया। इससे ग्रामीणों के खेत तबाह हो गए। साथ ही कई घरों में मलबे के साथ बारिश का पानी घुस गया। इस दौरान ग्रामीणों ने सुरक्षित स्थान की ओर भागकर जान बचाई।  

गांव में भीम सिंह पुत्र पान सिंह, खुशाल सिंह पुत्र दिलीप सिंह, भवान सिंह पुत्र केशर सिंह, कुशल सिंह पुत्र पदम सिंह, दीवान सिंह पुत्र महेंद्र सिंह, गंगा सिंह पूत्र महेंद्र सिंह, कल्याण सिंह पुत्र लक्षमण सिंह, सुरेन्द्र सिंह पुत्र भवान सिंह के घरों में मलबा घुसा। 

क्षेत्र पंचायत सदस्य विक्रम सिंह परिहार ने बताया कि ग्रामीण इसे बादल फटने की घटना मान रहे हैं। विधायक हरीश धामी ने एसडीएम धारचूला को इसकी सूचना दी। इस पर राजस्व टीम जारा जिवली के समाल गांव को रवाना हो गई। 

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