बॉर्डर पर तैनात जवानों की कलाई में सजेगी नन्हें हाथों से तैयार राखियां
पिथौरागढ़ की घनश्याम ओली चाइल्ड वेलफेयर सोसाइटी के बच्चे बॉर्डर पर तैनात जवानों को स्वनिर्मित राखियां भेजेंगे।
पिथौरागढ़, जेएनएन : देश की रक्षा के लिए बॉर्डर पर तैनात जवानों की कलाई में विगत वर्षों की भांति इस वर्ष भी नन्हे-मुन्ने बच्चों द्वारा निर्मित राखियां सजेंगी। जिले की अग्रणी समाजसेवी संस्था घनश्याम ओली चाइल्ड वेलफेयर सोसाइटी के बच्चों द्वारा आगामी राखी पर्व को देखते हुए सरहद पर तैनात जवानों के लिए राखियां बनाने का काम शुरू कर दिया है। बच्चों द्वारा बनाई जा रही इन राखियों को 15 हजार से अधिक जवानों के लिए भेजा जाएगा।
सोसाइटी द्वारा अर्निंग विद लर्निग कार्यक्रम के तहत जिले के निर्धन व असहाय बच्चों को कौशल विकास से जोड़कर उनके हुनर को बढ़ावा दिया जा रहा है। विगत पांच वर्षों से सोसाइटी के बच्चों द्वारा रक्षाबंधन पर्व के अवसर पर सरहद पर तैनात जवानों के लिए स्वनिर्मित आकर्षक राखियां बनाई जा रही हैं। संस्था अध्यक्ष अजय ओली ने बताया कि इस वर्ष कोरोना महामारी के चलते शारीरिक दूरी को ध्यान में रखते हुए बच्चे राखियां बना रहे हैं। संस्था की ओर से इस वर्ष राखी निर्माण कार्य में पहाड़ी धान, रिगाल, जूट के धागों का प्रयोग किया जा रहा है। इसके अलावा रक्षा धागे व रू द्राक्ष से भी राखियां तैयार की जा रही है। ओली ने बताया कि लोक संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए राखियों में ऐंपण का इस्तेमाल किया जा रहा है। संस्था की दिव्या रस्तोगी बच्चों को ऐंपण व सांस्कृतिक धरोहर को रक्षा धागे में पिरोना सिखा रही हैं। वहीं, पूजा भट्ट द्वारा बच्चों को पेपर आर्ट व मोतियों से राखियां तैयार करने का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। संस्था अध्यक्ष ने बताया कि इस वर्ष संस्था की ओर से सरहद पर तैनात 15000 से अधिक जवानों के लिए राखियां भेजी जाएंगी। अब तक बच्चों द्वारा 19 हजार से अधिक राखियों का निर्माण किया जा चुका है। ::::::::::: प्रधानमंत्री मोदी, सीडीएस रावत व अमिताभ बच्चन भी कायल
पिथौरागढ़: घनश्याम ओली चाइल्ड वेलफेयर सोसाइटी के बच्चों द्वारा बनाई गई राखियों की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, सीडीएस विपिन रावत व सिने कलाकार अमिताभ बच्चन भी कायल हुए हैं। वर्ष 2016 में संस्था की ओर से बॉलीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन को भी बच्चों द्वारा बनाई गई राखियां भेजी गई थीं। जिससे प्रभावित होकर अमिताभ बच्चन ने संस्था को धन्यवाद प्रशस्ति पत्र भेजा गया। वहीं, वर्ष 2017 में रक्षाबंधन के अवसर पर हैंडमेड राखियां भेजने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी जवाब में संस्था को धन्यवाद पत्र भेजा गया। इसी तरह वर्ष 2017 में राष्ट्रीय राइफल्स के जवानों को राखियां भेजे जाने पर तत्कालीन सेना प्रमुख व वर्तमान सीडीएस विपिन रावत ने भी संस्था के प्रयासों की सराहना की।