शिक्षकों की नियुक्ति के लिए अनशन पर डटे जुम्मा के ग्रामीण
संवाद सूत्र, धारचूला : सांसद आदर्श ग्राम जुम्मा के राजकीय इंटर कॉलेज में शिक्षकों की नियुक्ति क
संवाद सूत्र, धारचूला : सांसद आदर्श ग्राम जुम्मा के राजकीय इंटर कॉलेज में शिक्षकों की नियुक्ति की मांग को लेकर जुम्मा के ग्रामीणों का तहसील कार्यालय के सम्मुख क्रमिक अनशन जारी है। ग्रामीणों ने बुधवार को धारचूला के सरकारी कार्यालयों में तालाबंदी की घोषणा की है।
तहसील के जुम्मा गांव को सांसद एवं कपड़ा राज्य मंत्री अजय टम्टा ने सांसद आदर्श गांव घोषित किया। सांसद आदर्श गांव घोषित होने के बाद भी इस गांव के दशा और दिशा नहीं सुधरी। यहां के राइंका में 252 विद्यार्थियों को पढ़ाने के लिए मात्र दो शिक्षक तैनात हैं। शिक्षकों की तैनाती की मांग करते -करते ग्रामीण थक चुके हैं। तीन दिन पूर्व विद्यालय के छात्र-छात्राओं ने विद्यालय से तहसील मुख्यालय तक रैली निकाली और छात्राएं धरने पर बैठी। इसके बाद से ग्रामीण तहसील कार्यालय के सम्मुख क्रमिक अनशन पर बैठे हैं।
रविवार को भारी बारिश के बीच जुम्मा के ग्रामीण अनशन और धरने पर जमे रहे। इस दौरान आंदोलन की अग्रिम रणनीति तय की गई। जिसके तहत 25 सितंबर को तहसील मुख्यालय के सभी कार्यालयों में तालाबंदी की जाएगी। इसके बाद भी शिक्षकों की तैनाती नहीं होने पर एक अक्टूबर को ग्रामीण टनकपुर -तवाघाट राष्ट्रीय राजमार्ग में एलागाड के पास चक्का जाम करेंगे। ग्रामीणों का कहना है कि राइंका जुम्मा में आठ किमी दूर रोड़ा, नाग आदि गांवों से बच्चे पैदल चल कर विद्यालय पहुंचते हैं जहां पर पढ़ाने को शिक्षक नहीं है। अभिभावक मांग करते हैं तो झूठे आश्वासन मिलते हैं। जब तक समस्त शिक्षकों की तैनाती नहीं हो जाती है तब तक आंदोलन जारी रखने का निर्णय लिया गया।
क्रमिक अनशन पर स्थल पर पीटीए अध्यक्ष विशन धामी, प्रधान राजेंद्री देवी, एबीवीपी के नंदन धामी, पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष पवन धामी, महासचिव जोगा सिंह धामी, क्षेपंस सोहन सिंह बिष्ट, लीला बिष्ट, लीला देवी आदि शामिल थे। बाद में इस आशय का ज्ञापन मुख्यमंत्री को भेजा गया। तांकुल की ग्राम प्रधान नंदा बिष्ट ने अनशन स्थल पर पहुंच कर आंदोलन को समर्थन दिया।