पिथौरागढ़ कृषि विज्ञान केंद्र के पास जंगलों में लगी आग
पिथौरागढ़ में तापमान बढ़ने के साथ ही जिलेभर के जंगल आग की चपेट में आने लगे हैं।
संस, पिथौरागढ़: तापमान बढ़ने के साथ ही जिलेभर के जंगल आग की चपेट में आने लगे हैं। जिला मुख्यालय के नजदीकी गैना क्षेत्र के जंगलों में आग लग गई। पूरे दिन धधकती रही आग को बुझाने के लिए वन विभाग की ओर से कोई पहल नहीं हुई। ग्रामीणों ने मशक्कत कर आग पर काबू पाया।
जिला मुख्यालय से पांच किमी दूर स्थित कृषि विज्ञान केंद्र गैना से 400 मीटर की दूरी पर स्थित जंगल में आग लग गई। आग ने थोड़ी ही देर में बड़े क्षेत्र को अपनी चपेट में ले लिया। आग लगने की सूचना क्षेत्रवासियों ने वन विभाग को दी, लेकिन वन विभाग की टीम मौके पर नहीं पहुंची। आसपास के ग्रामीणों ने खुद ही प्रयास कर आग पर काबू पाया। आग को काबू करने में बिलंब होने पर आग कृषि विज्ञान केंद्र के नजदीक तक पहुंच सकती थी। वन क्षेत्राधिकारी डीसी जोशी ने बताया कि आग लगने की सूचना पर वन विभाग की टीम मौके पर भेज दी गई थी। टीम के मौके पर पहुंचने तक आग बुझ गई। उन्होंने कहा कि वन विभाग की टीमें जंगलों की आग को लेकर सतर्क हैं। सूचना मिलते ही टीम मौके पर भेजी जा रही है।
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जंगल की आग से गोशाला राख, कई मवेशी जिंदा जले
संवाद सहयोगी, लोहाघाट : पाटी विकास खंड के ग्राम पंचायत पीपल ढींग में जंगल की आग ने गांव तक पहुंचकर गोशाला को राख कर दिया। इस घटना में तीन बजे गांव पहुंच गई। गांव में एक मकान में आग लगने से गौशाला में बंधी दीवान राम की गाय, भैंस और चार बकरियां तथा कृष्ण राम की गाय, बैल और तीन बकरियां जिंदा जलकर मर गई। आग ने दीवान राम पुत्र खड़क राम, कृष्ण राम पुत्र बची के मकान को भी आगोश में ले लिया। देर शाम ग्रामीणों ने आग पर काबू पा लिया है। लोगों की सूचना के बाद एफएसओ श्याम बहादुर के नेतृत्व में राजेश खर्कवाल, पंकज फत्र्याल, हरीश चम्याल, राजेंद्र जोशी, मोहन थापा घटना स्थल की ओर रवाना हो गए है। समाचार लिखे जाने पूरे नुकसान का आकलन नहीं हो पाया था। ग्रामीणों ने जिला प्रशासन से पीड़ित परिवारों को मुआवजा देने की मांग की है।