डुंगरी के मतदाताओं को डीएम ने मनाया
जागरण संवाददाता पिथौरागढ़ सड़क को लेकर लोकसभा चुनाव के एलान करने वाले पाभैं धारी डु
जागरण संवाददाता, पिथौरागढ़: सड़क को लेकर लोकसभा चुनाव के एलान करने वाले पाभैं, धारी डुंगरा गांव के ग्रामीणों का आक्रोश गांव में जिलाधिकारी के पहुंचने से काफूर हो गया। जिला मुख्यालय के निकटवर्ती गांव होने के बावजूद पहली बार गांव में डीएम के आने को लेकर ग्रामीण गदगद हो गए। सड़क की मांग को लेकर आक्रोशित ग्रामीणों ने जिलाधिकारी के आश्वासन पर लोकसभा चुनाव में मतदान करने की हामी भरी।
तहसील पिथौरागढ़ के अंतर्गत जिला मुख्यालय से 12 किमी की दूरी पर स्थित डुंगरा गांव के लिए पाभैं नामक स्थान से पांच किमी कच्ची सड़क बनी है। इस सड़क की हालत दयनीय है। वाहन चालक चलते नहीं हैं। दूसरी सड़क पीएमजीएसवाइ से नगर के निकट निर्माणाधीन जेल से स्वीकृत है। इस सड़क में एक किमी के आसपास कार्य कर रोक दिया है। जिसे लेकर ग्रामीण आक्रोशित थे और उन्होंने चुनाव बहिष्कार का एलान कर दिया था। मतदान बहिष्कार को गंभीरता से लेते हुए डीएम डॉ. विजय कुमार जोगदंडे शुक्रवार को प्रशासनिक अधिकारियों, लोनिवि और पीएमजीएसवाइ के अधिकारियों के साथ स्वयं डुंगरा गांव पहुंचे। पहली बार गांव में जिलाधिकारी के आने से ग्रामीणों का गुस्सा कुछ कम हो गया। इस मौके पर पाभैं से डुंगरा तक की सड़क की हालत को लेकर डीएम ने विभागीय अभियंताओं को लताड़ लगाई।
ग्रामीण जिलाधिकारी के साथ वार्ता को तैयार हो गए। वार्ता के दौरान डीएम ने वार्ता के दौरान ही लोनिवि और पीएमजीएसवाइ के अभियंताओं को पाभैं से डुंगरा तक पांच किमी सड़क पर बने गड्ढों को भरने के लिए एक सप्ताह का समय दिया। कार्यस्थल पर एक सहायक अभियंता को तैनात रहने के निर्देश दिए। राजस्व निरीक्षक को प्रतिदिन कार्य की प्रगति की रिपोर्ट सायं अपने को उपलब्ध कराने को कहा।
जेल से बन रही सड़क पर वार्ता के दौरान डीएम ने कहा कि इस समय आचार संहिता लागू है। आचार संहिता समाप्त होते ही मार्ग निर्माण का कार्य प्रारंभ होगा। इस सड़क के पांच किमी भूमि के वन भूमि होने की बात आई। जिसके निस्तारण के लिए कार्यवाही की जानकारी दी गई। डीएम ने कहा कि इस बीच वन भूमि हस्तांतरण की स्वीकृति मिल जाएगी और आचार संहिता समाप्त होते ही कार्य प्रारंभ कर दिया जाएगा। ग्रामीणों ने भविष्य में इस सड़क का विस्तार कर वास्ते तक बनाने की मांग रखी और मतदान बहिष्कार का निर्णय वापस लिया।
वार्ता में पूर्व जिपं अध्यक्ष विरेंद्र सिंह बोहरा, गांव से समाजसेवी कैं. पुष्कर सिंह, ग्राम प्रधान धारी जोशी लक्ष्मण कुमार, प्रधान पाभैं राजेश कुमार, प्रधान डुंगरा रेखा बोरा सहित समस्त ग्रामीण उपस्थित थे। ग्रामीणों ने इस मौके पर अन्य समस्याओं से भी डीएम को अवगत कराया। ====== स्वागत नहीं कर पाने का मलाल डुंगरा के ग्रामीणों को पहली बार अपने गांव में पहुंचे डीएम के स्वागत नहीं कर पाने का मलाल है। ग्रामीणों का कहना है कि उनकी आवाज बुलंद हुई पहली बार कोई डीएम गांव पहुंचे। ग्रामीणों का कहना है कि डीएम ने उनके दर्द को समझा और गांव आए। आचार संहिता के चलते ग्रामीण उनका समुचित स्वागत नहीं कर पाए। ======= चुनाव बहिष्कार को गंभीरता से ले रहे हैं डीएम जिले में विभिन्न गांवों से उठ रही बहिष्कार की धमकी को डीएम श्री जोगदंडे गंभीरता से ले रहे हैं। इसके लिए टीम बना दी गई है परंतु खुद डीएम ने बहिष्कार करने वाले गांवों तक जाने का निर्णय लिया है। अधिकांश गांव धारचूला और मुनस्यारी के दूरस्थ गांव हैं। ======= डुंगरा गांव के मतदाताओं का विवरण
कुल मतदाता -929
महिला वोटर - 454
पुरुष वोटर - 466
नए वोटर --- 09