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जिला अस्पताल का आइसीयू कोमा में

संवाद सहयोगी, पिथौरागढ़: तमाम दावों के साथ जिला चिकित्सालय में स्थापित आईसीयू पांच माह बाद

By JagranEdited By: Published: Fri, 19 Oct 2018 10:34 PM (IST)Updated: Fri, 19 Oct 2018 10:34 PM (IST)
जिला अस्पताल का आइसीयू कोमा में
जिला अस्पताल का आइसीयू कोमा में

संवाद सहयोगी, पिथौरागढ़: तमाम दावों के साथ जिला चिकित्सालय में स्थापित आईसीयू पांच माह बाद भी पटरी पर नहीं आ पाया है। मरीजों को इस नई व्यवस्था का कोई खास लाभ नहीं मिल रहा है। स्टाफ की कमी इसमें बड़ी बाधा साबित हो रही है।

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आपात स्थिति वाले मरीजों के लिए शुरू की गई आईसीयू यूनिट में अभी भी पूरी सुविधाएं मयस्सर नहीं हो पाई हैं। कारण है स्टाफ की कमी। मानकों के अनुरू प आईसीयू में चार निश्चेतक, चार स्टाफ नर्स और इतने ही वार्ड ब्याय तैनात होने चाहिए, लेकिन आईसीयू में मात्र एक-एक ही कर्मचारी तैनात है। जिला मुख्यालय में मात्र एक निश्चेतक है। एक ही निश्चेतक पर जिला चिकित्सालय और महिला चिकित्सालय का भी भरा है। आईसीयू में भर्ती मरीज के लिए हर वक्त एक निश्चेतक मौजूद रहना चाहिए। आईसीयू में लगा वेंटिलेटर भी पुरानी तकनीक है। जिसमें मरीज को सिर्फ बाहर से ही आक्सीजन की सप्लाई संभव है। फेफड़ों में सीधे आक्सीजन देने वाले वेंटिलेटर अब तक नहीं लग पाए हैं। सामान्य तरीके के वेंटिलेटर से आईसीयू से बाहर भी उपचार दिया जा सकता है। कुल मिलाकर व्यवस्थाओं की कमी के चलते लोगों को आईसीयू का पूरा लाभ नहीं मिल पा रहा है। आईसीयू में मरीजों

आइसीयू आजकल लगातार मरीज भर्ती किया जा रहा है। उपलब्ध सुविधाओं के अनुसार मरीजों को पूरा उपचार दिया जा रहा है। मानक के अनुसार स्टाफ की तैनाती के लिए प्रक्रिया चल रही है। एसएस कुंवर, वरिष्ठ फिजीशियन, जिला चिकित्सालय


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