कॉलेज भवन के निर्माण कार्य में देरी पर नाराजगी
उच्च शिक्षा निदेशक प्रो.एनपी माहेश्वरी ने सीमांत के सबसे दूरस्थ डॉ. आरएस टोलिया महाविद्यालय का निरीक्षण किया।
संवाद सूत्र, मुनस्यारी : उच्च शिक्षा निदेशक प्रो.एनपी माहेश्वरी ने सीमांत के सबसे दूरस्थ डॉ. आरएस टोलिया राजकीय महाविद्यालय का निरीक्षण किया। इस दौरान महाविद्यालय के निर्माणाधीन भवन का निरीक्षण किया और भवन निर्माण में हो रहे विलंब पर नाराजगी जता मार्च तक भवन निर्माण कार्य पूरा करने के निर्देश दिए।
पंद्रह घंटे की यात्रा और बर्फबारी से मार्ग बंद होने के कारण कुछ किमी पैदल चलकर मुनस्यारी पहुंचे महाविद्यालय बनने के बाद यहां आने वाले पहले उच्च शिक्षा निदेशक हैं। यहां पहुंचते ही उन्होंने निर्माणाधीन भवन का निरीक्षण किया और कार्यदायी संस्था को 31 मार्च तक भवन निर्माण का कार्य पूरा कर महाविद्यालय को हस्तांतरित करने के निर्देश दिए। महाविद्यालय में विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए उच्च शिक्षा निदेशक प्रो.एनपी माहेश्वरी ने कहा कि दूर दृष्टि, पक्का इरादा और अनुशासन विद्यार्थियों की पहली पहचान है। इन तीन मंत्रों को लेकर ही व्यक्ति सफल हो सकता है, विद्यार्थी अपने गुणों को पहचान कर आगे बढ़ने का प्रयास करते रहें। जीवन में अनेक चुनौतियां आती हैं चुनौतियों से मुकाबला करने वाला ही सफलता मिल सकती है।
उच्च शिक्षा निदेशक के महाविद्यालय पहुंचने पर शिक्षक अभिभावक संघ के अध्यक्ष केदार बृजवाल, प्राचार्य डॉ. एमपी नगवाल, छात्रसंघ अध्यक्ष कमला चुलकोटिया ने उनका स्वागत करते हुए महाविद्यालय की समस्याओं से अवगत कराया। उच्च शिक्षा निदेशक ने महाविद्यालय में प्राध्यापकों की नियुक्ति, स्नातक स्तर पर प्राध्यापकों की तैनाती, विज्ञान संकाय प्रारंभ करने तथा स्नातकोत्त्तर स्तर पर नए विषय प्रारंभ कराने का आश्वासन दिया।
इस मौके पर उनके साथ मुख्य प्रशासनिक अधिकारी सुरेश चंद्र ढौढियाल, राजकीय पीजी कालेज ऋषिकेश के डीन, फैकल्टी ऑफ आर्ट्स तथा अंग्रेजी विभागाध्यक्ष प्रो. अशोक कुमार नेगी, मनिंदर कुमार, डॉ. रवि जोशी, डॉ. अमित कुमार जोशी, प्रदीप मंडल, हेमंती बथ्याल, चेतना अरोड़ा, राजकमल किशोर, भवान सिंह, कैलाश सिंह, लक्ष्मी देवी, धर्मेंद सिंह, त्रिलोक राम, पूजा आर्या, भूपेंद्र कुमार, पूजा फस्र्वाण, कंचन खत्री, तारा, चंपा कोरंगा, भगवती आदि दर्जनों छात्र- छात्राएं उपस्थित थे।