गुरिल्लों का टूटा सब्र का बांध
संवाद सहयोगी, पिथौरागढ़: वर्ष 2006 से अपनी मांगों को लेकर संघर्षरत एसएसबी के प्रशिक्षित स्वयं
संवाद सहयोगी, पिथौरागढ़: वर्ष 2006 से अपनी मांगों को लेकर संघर्षरत एसएसबी के प्रशिक्षित स्वयंसेवक (गुरिल्लों) में अभी तक उनकी मांगों की ओर कोई ध्यान नहीं दिए जाने से आक्रोश व्याप्त है। सोमवार को गुरिल्लों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर प्रदर्शन किया और अविलंब मांगों पर सकारात्मक कार्रवाई नहीं होने पर उग्र आंदोलन की धमकी दी।
सोमवार को प्रशिक्षित गुरिल्ला संगठन के बैनर तले जिले के समस्त गुरिल्ले स्थानीय रामलीला मैदान सदर में एकत्र हुए। इस दौरान उन्होंने केंद्र सरकार के खिलाफ अनदेखी का आरोप लगाते हुए जमकर नारेबाजी कर प्रदर्शन किया। इसके बाद हुई सभा में वक्ताओं ने कहा कि वर्ष 2015 में गृहमंत्री के आदेश के बाद गुरिल्लाओं का सत्यापन लिया गया, मगर इसके बाद आगे कोई कार्रवाई नहीं की गई है। गुरिल्लों के प्रमाण पत्र भी नहीं बनाए गए हैं, जिस कारण उनका उपनल में भी पंजीकरण नहीं हो पा रहा है। प्रमाण पत्र लेने के लिए कई बार एसएसबी के अधिकारियों का घेराव भी किया जा चुका है। बावजूद इसके उनकी मांगों को गंभीरता से नहीं लिया जा रहा है। बैठक के अंत में कुछ लोगों द्वारा देव सिंह मैदान में बैठक कर गुरिल्लाओं से गलत तरीके से धनराशि वसूलने का भी आरोप लगाया गया और गुरिल्लाओं से अपील की गई कि वह ऐसे लोगों से दूर रहें, क्योंकि संगठन की पुरानी कार्यकारिणी भंग कर नई कार्यकारिणी गठित हो गई है। बैठक में जिला महामंत्री भुवन सिंह बोहरा, कोषाध्यक्ष संजय धामी, प्रदेश प्रवक्ता गोपाल सिंह मेहता, हर्ष सिंह भंडारी, जोगा राम, नरेंद्र राम, फकीर राम, उमा पांडेय, प्रियंका, मनीराम, नाथू सिंह, जानकी देवी, प्रेम सिंह, त्रिलोक सिंह, मंजू थापा, भुवन बोरा, मोहनी उपाध्याय, हर्ष सिंह, संजय धामी आदि मौजूद थे।