Move to Jagran APP

Corona के मामलों में तेजी को देखते हुए नेपाल की सख्‍ती, भारत से आने वालों के लिए एंटीजन टेस्ट व मास्क अनिवार्य

Coronavirus Update नेपाल ने भारत से आने लोगों के लिए एंटीजन टेस्ट और मास्क अनिवार्य कर दिया है। नेपाल में सीमा पुल पर बने हेल्थ डेस्क में भारत से आने वाले लोगों के एंटीजन टेस्ट किए जा रहे हैं।

By Jagran NewsEdited By: Nirmala BohraPublished: Fri, 31 Mar 2023 09:08 AM (IST)Updated: Fri, 31 Mar 2023 09:08 AM (IST)
Corona के मामलों में तेजी को देखते हुए नेपाल की सख्‍ती, भारत से आने वालों के लिए एंटीजन टेस्ट व मास्क अनिवार्य
Coronavirus Update: नेपाल ने भारत से आने लोगों के लिए एंटीजन टेस्ट और मास्क अनिवार्य कर दिया है।

संवाद सूत्र, झूलाघाट : Coronavirus Update: भारत से पूजा के लिए नेपाल जा रहा एक व्यक्ति कोरोना जांच में पाजिटिव पाया गया, जिसे नेपाल ने वापस भारत लौटा दिया। नेपाल ने भारत से आने लोगों के लिए एंटीजन टेस्ट और मास्क अनिवार्य कर दिया है।

loksabha election banner

देश के कई हिस्सों में कोरोना के मामले फिर सामने आने लगे हैं, पिथौरागढ़ जनपद में फिलहाल कोरोना का कोई मामला नहीं है। पड़ोसी देश नेपाल ने पिथौरागढ़ जनपद से लगने वाले सीमा पुल झूलाघाट में भारत से आने वाले लोगों के लिए एंटीजन टेस्ट अनिवार्य कर दिया है।

हेल्थ डेस्क में भारत से आने वाले लोगों के किए जा रहे एंटीजन टेस्ट

नेपाल में सीमा पुल पर बने हेल्थ डेस्क में भारत से आने वाले लोगों के एंटीजन टेस्ट किए जा रहे हैं। दो रोज पूर्व पूजा के लिए नेपाल जा रहे एक व्यक्ति के पाजिटिव पाए जाने के बाद उसे पुल से वापस भारत लौटा दिया गया।

बैतड़ी जिले के सूचना प्रभारी विपिन लेखक ने बताया कि नेपाल में अब बगैर मास्क के प्रवेश नहीं दिया जाएगा। नेपाल पुलिस के एसआइ योगेश पाल ने पुल पर तैनात एसएसबी को नेपाल सरकार के फैसले से अवगत कराते हुए भारत से बगैर मास्क के किसी को भी नेपाल न भेजने का अनुरोध किया है। एसएसबी ने सीमा पुल पर बगैर मास्क के नेपाल में प्रवेश न करने की सूचना चस्पा कर दी है।

कोरोना काल में मिले आक्सीजन जनरेशन प्लांट बने शोपीस

अल्मोड़ा में कोरोना काल में जिले को मिले आक्सीजन जनरेशन प्लांटों के संचालन पर खतरा मंडराने लगा है। हालांकि विभाग जरूरत के अनुसार प्लांट संचालन के दावे कर रहा है, लेकिन अधिकतर बगैर आपरेटर ठप हैं। कुछ प्लांट रखरखाव न होने से भी बंद पड़े हैं।कोरोना के समय पर्वतीय क्षेत्रों में समय पर आक्सीजन मुहैया कराने के लिए यहां आक्सीजन जनरेशन प्लांट लगाए गए थे। जिला अस्पताल और मेडिकल कालेज के बेस अस्पताल में सबसे पहले प्लांट संचालित हुआ था।

इसके बाद रानीखेत, भिकियासैंण, चौखुटिया, द्वाराहाट, धौलादेवी और सल्ट में भी आक्सीजन जनरेशन प्लांट स्थापित किए गए। वर्तमान में जिले में स्वास्थ्य विभाग के अधीन आठ और मेडिकल कालेज के अधीन बेस अस्पताल में तीन आक्सीजन जनरेशन प्लांट हैं। बेस अस्पताल का एक प्लांट दो माह से बंद हैं। जबकि अन्य अस्पतालों में भी प्लांट संचालन करने के लिए आपरेटर नहीं हैं। जिला अस्पताल में आपरेटर बिना कार्मिकों को ही अतिरिक्त कार्य के रूप में इन्हें संचालित करना पड़ रहा है।

रानीखेत में भी वैकल्पिक तौर पर अन्य कार्मिक इन्हें संचालित कर रहे हैं। भिकियासैंण में प्लांट बंद है, धौलादेवी में अन्य कार्मिकों को प्लांट संचालन का ज्ञान नहीं होने से यहां भी प्राणवायु बंद हैं। अन्य अस्पतालों का भी यही हाल है। ऐसे में प्लांट पूरी तरह संचालित नहीं हो पा रहे हैं, जिससे योजनाएं फेल होती जा रही है।

कार्मिकों और बजट के अभाव में प्लांट संचालन में दिक्कतें आ रहीं हैं। वैकल्पिक व्यवस्था कर इन्हें संचालित करने की कवायद की जा रही है। सभी अस्पतालों से जानकारी ली जाएगी और फिर व्यवस्था हो सकेगी।

-डा. आरसी पंत, सीएमओ अल्मोड़ा


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.