धार्मिक और शहीद स्थल को तोड़ने के विरोध में कांग्रेसियों ने फूंका मुख्यमंत्री का पुतला
ऋषिकेश में धार्मिक और शहीद स्थल तोड़े जाने के विरोध में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन कर विरोध जताया।
पिथौरागढ़, जेएनएन : ऋषिकेश में धार्मिक और शहीद स्थल तोड़े जाने के विरोध में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने गुरुवार को जिला मुख्यालय में प्रदर्शन कर मुख्यमंत्री का पुतला फूंका। कार्यकर्ताओं ने सरकार को बर्खास्त करने की मांग की।
जिलाध्यक्ष त्रिलोक महर की अगुवाई में प्रदर्शन करते हुए कार्यकर्ताओं ने कहा कि ऋषिकेश में अतिक्रमण हटाने के नाम पर धार्मिक स्थल और शहीद स्थलों को तोड़ दिया गया। इससे साफ है कि भाजपा सरकार धर्म विरोधी है और शहीदों के नाम पर सिर्फ नौटंकी करती है। वक्ताओं ने राज्यपाल से भाजपा सरकार को बर्खास्त करने की मांग करते हुए कहा कि प्रदेश की जनता इस तरह के कृत्य को बर्दाश्त नहीं करेगी। प्रदर्शन करने वालों में जिला महामंत्री पुष्कर सिंह बिष्ट, विरेंद्र कन्याल, शंकर खड़ायत, विजय, पुष्कर बिष्ट, योगेश नगरकोटी, जावेद खान, पवन महरा, त्रिलोक बिष्ट, कार्तिक, लक्ष्मण, कैलाश जोशी आदि शामिल रहे। ========= काग्रेसियों ने सरकार के खिलाफ किया प्रदर्शन, पुतला फूंका
जेएनएन, चम्पावत/टनकपुर : ऋषिकेश में शहीद स्मारक तोड़ने के विरोध में काग्रेस कार्यकर्ताओं ने चम्पावत और टनकपुर में भाजपा सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर पुतला दहन किया। कहा कि राज्य सरकार शहीदों के अपमान पर उतर आई है जिसे सहन नहीं किया जाएगा।
जिला मुख्यालय में कांग्रेस जिलाध्यक्ष उत्तम देऊ व पालिका अध्यक्ष विजय वर्मा के नेतृत्व में गुरुवार को पार्टी कार्यकर्ताओं ने राज्य सरकार के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया। इस मौके पर यूथ कांग्रेस जिलाध्यक्ष सूरज प्रहरी, विकास साह, हरीश चौधरी, सभासद रोहित बिष्ट, मोहन जोशी समेत दर्जनों कार्यकर्ता मौजूद रहे। टनकपुर में पूर्व विधायक हेमेश खर्कवाल व काग्रेस नगर अध्यक्ष अनिल चौधरी की अगुवाई में कार्यकर्ताओं ने जुलूस निकालकर प्रदर्शन किया। पूर्व विधायक ने कहा कि भाजपा सरकार ने पूर्व में स्थापित शहीद स्मारक को तोड़कर राज्य आदोलन के शहीदों का अपमान किया है। बाद में कार्यकर्ताओं ने पीलीभीत चुंगी चौराहे पर प्रदेश सरकार का पुतला दहन किया। प्रदर्शन करने वालों में देवेन्द्र सिंह, गोपाल बिष्ट, भैरव दत्त जोशी, कमल पंत, भैरव दत्त जोशी, कामरान, गजेन्द्र पाल, सतीश पाडेय, भीम सिंह, निखिल प्रजापति, कादिर अली, अशोक, जावेद सिददीकी, रमेश निषाद आदि मौजूद रहे।