नशाखोरी से खत्म हो रहा बचपन: डॉ. अवस्थी
लंबे समय से नशामुक्ति अभियान चला रहे डॉ. पीतांबर अवस्थी ने राउमावि में नशे के प्रति जागरूक किया। कहा नशाखोरी से बचपन खत्म हो रहा है।
संवाद सहयोगी, पिथौरागढ़: लंबे समय से नशामुक्ति अभियान चला रहे डॉ. पीतांबर अवस्थी ने राउमावि नैनी भनार में छात्र-छात्राओं के बीच पहुंचकर उन्हें जागरू क किया। उन्होंने विद्यार्थियों को नशे के दुष्परिणामों से अवगत कराया और नशा न करने के संकल्प पत्र भरवाए।
डॉ. अवस्थी ने ग्रामीण क्षेत्रों में नशाखोरी की बढ़ती प्रवृत्ति पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि नशा व्यक्ति को अंदर ही अंदर खोखला कर देता है। जिससे व्यक्ति की सोचने, समझने की शक्ति नष्ट हो जाती है। नशापान करने वाला व्यक्ति आपराधिक प्रवृत्ति का हो जाता है। वर्तमान में नशे का सर्वाधिक प्रभाव युवा पीढ़ी पर पड़ रहा है। शांत पहाड़ों में तेजी से बढ़ती नशाखोरी के कारण बच्चों का बालपन समाप्त हो रहा है। डॉ. अवस्थी ने कहा कि बच्चे राष्ट्र की धरोहर होते हैं, उन्हें नशे से बचाना सभी का पुनीत कर्तव्य है। इसलिए नशामुक्ति अभियान को आज व्यापक आंदोलन के रू प में चलाने की आवश्यकता है। प्रधानाचार्य भूपेंद्र सिंह पोखरिया ने डॉ. अवस्थी के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में इस प्रकार के अभियानों से ही लोगों में जनजागृति लाई जा सकती है। मंजुला अवस्थी ने महिलाओं से आगे आकर इस बुराई के विरू द्ध आवाज उठाने की बात कही। कार्यक्रम में चंद्र प्रकाश, प्रवीन भट्ट, हीरा लाल, कुंडल चंद, पुष्पा देवी, मीना देवी, लक्ष्मी, प्रिया, मीना, सोनू, चंद्रकला, दीपिका, भावना, सपना, पूजा चंद, प्रिया चौहान आदि ने विचार रखे। संचालन मंजुला अवस्थी ने किया।