सोर घाटी में 18 अप्रैल से मचेगी चैतोल की धूम
संवाद सहयोगी पिथौरागढ़ सोर घाटी की सांस्कृतिक पंरपराओं का प्रतीक चैतोल पर्व 18 अप्रैल से
संवाद सहयोगी, पिथौरागढ़: सोर घाटी की सांस्कृतिक पंरपराओं का प्रतीक चैतोल पर्व 18 अप्रैल से शुरू होगा। इस दिन सोर घाटी के लोक देवता बाबा सेरादेवल घाटी के अलग-अलग गांवों में बसी बहनों(मां भगवती) को भिटोली देने निकलेंगे। पूरे तीन दिनों तक घाटी के गांवों में चैतोल की धूम रहेगी।
नए वर्ष के आगमन पर चैतोल पर्व मनाया जाता है। सोर घाटी में चैतोल की परंपरा काफी समृद्ध है। भगवान शिव का रू प माने जाने वाले लोक देवता बाबा सेरादेवल का डोला चैत्र शुक्ल चतुर्दशी को तपस्यूड़ मंदिर से उठता है। लोक देवता का यह डोला सोर घाटी के 22 गांवों में जाता है, जहां विधि विधान से उनकी पूजा अर्चना होती है। इन सभी 22 गांवों में मां भगवती जिन्हें बाबा सेरादेवल की बहनें माना जाता हैं के मंदिर स्थापित हैं। गांवों में इस पर्व की तैयारियां शुरू हो गई हैं।