गंगोलीहाट में खाई में गिरी कार, दो की मौत, एक घायल
संवाद सूत्र, गंगोलीहाट, पिथौरागढ़ : राइआंगर जीवल को आ रही एक आल्टो कार शुक्रवार की रात खाई में गिर गई।
संवाद सूत्र, गंगोलीहाट, पिथौरागढ़ : राइआंगर जीवल को आ रही एक आल्टो कार शुक्रवार की रात्रि लगभग सवा दस बजे के आसपास दो सौ मीटर से अधिक गहरी खाई में गिर गई। कार में सवार दो लोगों की मौत हो गई और एक घायल हो गया। तीनों एक ही गांव के निवासी हैं। बारिश, कोहरे के चलते दुर्घटना के साढ़े आठ घंटे बाद खाई में कार नजर आई, तब राहत पहुंची।
शुक्रवार की सायं को जीवल गांव निवासी बेकरी संचालक जीवल गांव निवासी पूरन कुमार दिल्ली से अपने धरमघर निवासी एक दोस्त की कार से आया। राइआगर के पास दोस्त अपने घर धरमघर को निकल गया। जीवल गांव दूसरी दिशा में होने के कारण पूरन राम ने अपने घर जीवल फोन किया और वहां से वाहन मंगाया। जीवल से उसके साथ ही कार्य में हाथ बंटाने वाला होशियार राम गांव से राजेश कुमार की कार लेकर राइआगर गया। कार पूर्व सैनिक राजेश कुमार चला रहा था। रात्रि नौ बजकर पचास मिनट पर पूरन जाड़ापानी निवासी अपने साले रमेश के घर पर था। जहां से उसने परिजनों को सूचना दी कि वह अब गांव को रवाना हो रहा है।
जाड़ापानी से जीवल गांव की दूरी लगभग 16 किमी है। वाहन से पैंतीस से चालीस मिनट का समय लगता है। इसी दौरान नोतस घाटी में गुप्तड़ी के पास आल्टो कार संख्या यूके 05टीए 2233 लगभग दो सौ मीटर गहरी खाई में गिर गई। निर्धारित समय तक तीनों के गांव नहीं पहुंचने से परिजन परेशान हो गए। रात को ही ग्रामीण गांव से पता लगाने को आए। जाड़ापानी जाकर पता किया तो तीनों के कार से जाने की सूचना मिली। रात्रि को हो रही भारी बारिश और कोहरा लगा होने से ग्रामीण ढूंढखोज में जुटे रहे परंतु कुछ भी पता नहीं चला। सुबह साढ़े छह बजे ग्राम प्रधान ने इसकी सूचना गंगोलीहाट पुलिस को दी।
थानाध्यक्ष सुनील बिष्ट पुलिस दल बल के साथ खोजबीन में जुटे तो नौतस से गुप्तड़ी के बीच एक स्थान पर लगभग दो सौ मीटर गहरी खाई में कार की छत नजर आई। पुलिस जवान ग्रामीणों के साथ खाई में उतरे तो वहां पर पूरन कुमार 41 वर्ष पुत्र बहादुर राम निवासी जीवल, होशियार राम 32 वर्ष पुत्र रू प राम निवासी जीवल,गंगोलीहाट जिला पिथौरागढ़ के शव मिले और चालक राजेश कुमार 43 वर्ष निवासी जीवल घायलावस्था में मिला। घायल को तत्काल रस्सियों के सहारे खाई से निकाल कर सड़क पर लाने के बाद सीएचसी गंगोलीहाट पहुंचाया गया। बाद में दोनों मृतकों के शवों को निकाल कर सड़क तक पहुंचाने के बाद पुलिस ने पंचनामा भर कर पोस्टमार्टम के लिए भेजा।
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समय से पता चलता तो बच सकती थी जान
घटनाक्रम के अनुसार दुर्घटना रात्रि दस से सवा दस बजे के बीच हुई। घटना की जानकारी मिलने के बाद भी मौके पर बचाव साढ़े आठ घंटे बाद चला। रात भर ग्रामीण पता चलाते रहे परंतु कुछ भी हाथ नहीं लगा। घटनास्थल अति दुर्गम है। जहां पर गहरी तीक्ष्ण खाई है। रात को टार्च के प्रकाश में खाई तक कुछ भी नजर नहीं आ रहा था। यदि रात को ही पता चल जाता तो माना जा रहा है दोनों को बचाया जा सकता था। खाई में गिरने के बाद मदद नहीं मिलने से ठंड की रात को दोनों की मौत हो गई।
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बारिश और कोहरा बना बाधक
शुक्रवार की रात को क्षेत्र में तेज वर्षा हो रही थी। पूरी नोतस घाटी घने कोहरे के आगोश में थी। इस घाटी में कोहरा अन्य स्थानों से अधिक घना होता है। ऐसे में खाई में जाकर ढूंढ पाना संभव नहीं था। मृतक पूरन कुमार के दो लड़के और होशियार राम के तीन बच्चे हैं। होशियार राम मेहनत मजदूरी कर परिवार पाल रहा था। उसकी मौत से परिवार सड़क पर आ चुका है। इस घटना को लेकर गांव में शोक छाया है। दिल्ली से लंबा सफर करने के बाद लौट रहे पूरन कुमार का मौत घर के पास इंतजार कर रही थी।