रामगंगा नदी पर लगी ट्रॉली के तार हुए ढीले
पिथौरागढ़ के नाचनी में रामगंगा नदी पर लगाई गई ट्रॉली के तार ढीले होने से समस्या बनी हुई है।
संवाद सूत्र , नाचनी (पिथौरागढ़) : नाचनी में रामगंगा नदी पर पिथौरागढ़ और बागेश्वर जिलों को जोड़ने वाली ट्रॉली पर लगे तार ढीले हो गए हैं। वजनदार ट्रॉली को खींचने में दिक्कत आ रही है। बागेश्वर जिले के छह गांवों के ग्रामीण इस समस्या से जूझ रहे हैं। ग्रामीणों को अपने बाजार नाचनी आने में परेशानी झेलनी पड़ रही है।
नाचनी कस्बे में रामगंगा नदी पर पिथौरागढ़ और बागेश्वर जिले के मध्य बहने वाली राम गंगा नदी पर लोहे का पक्का पैदल पुल था। जुलाई 2018 को आई आपदा में पैदल पुल बह गया। इस पुल के बहने से बागेश्वर जिले के आधा दर्जन गांवों की लाइफलाइन बंद हो गई। रामगंगा नदी से लगे बागेश्वर के छह गांव पूरी तरह नाचनी बाजार पर निर्भर हैं। ग्रामीणों का बाजार नाचनी है और इन गांवों के बच्चे पढ़ने के लिए नाचनी आते हैं। छह गांवों से लगभग डेढ़ सौ बच्चे पढ़ने आते हैं। जिसे देखते हुए दो वर्ष पूर्व प्रशासन की पहल पर पुल के स्थान पर ट्रॉली लगा दी गई ।
ट्राली का वजन काफी अधिक है। जिसे खींच पाना बच्चों के बूते से बाहर है। हालांकि अभी लॉकडाउन के चलते विद्यालय बंद हैं। ग्रामीणों को सामान लेने बाजार आ पाना मुश्किल हो चुका है। ======= अप्रैल से नवंबर तक ट्रॉली ही रहती है आवाजाही का माध्यम ग्लेशियरों से निकलने वाली रामगंगा नदी का जलस्तर अप्रैल अंत से नवंबर तक काफी अधिक रहता है। नवंबर माह के अंत तक जलस्तर थोड़ा कम होने पर ग्रामीण नदी पर कच्चा पुल बनाते हैं। मई माह आते -आते नदी का जलस्तर बढ़ते ही पुल बह जाता है। इस वर्ष भी मई माह के प्रथम सप्ताह में कच्चा पुल नदी में डूब गया है। एक बार फिर ट्रॉली सहारा बनी है। ======== व्यापार संघ की सूचना पर लोनिवि की टीम ने किया निरीक्षण ट्रॉली की रस्सियां ढीली पड़ने से जानलेवा बन चुकी स्थिति को देखते हुए नाचनी व्यापार संघ ने लोनिवि डीडीहाट को सूचना दी। सूचना मिलने पर लोनिवि की तकनीकी टीम मौके पर पहुंची। बलवंत मेहता के नेतृत्व में आई टीम ने ट्रॉली का निरीक्षण कर रिपोर्ट विभाग को भेज दी है। लोनिवि के अधिकारियों का कहना है कि शीघ्र ही ट्रॉली की रस्सियां बदल कर इसे ठीक किया जाएगा।