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आर्थिक पैकेज की मांग को लेकर प्रशासन के खिलाफ गरजे व्यापारी

आर्थिक पैकेज की मांग को लेकर नेपाल सीमा से लगे झूलाघाट के व्यापारियों ने ग्यारवें दिन भी अनशन जारी रखा।

By JagranEdited By: Published: Fri, 09 Oct 2020 05:00 AM (IST)Updated: Fri, 09 Oct 2020 05:11 AM (IST)
आर्थिक पैकेज की मांग को लेकर प्रशासन के खिलाफ गरजे व्यापारी
आर्थिक पैकेज की मांग को लेकर प्रशासन के खिलाफ गरजे व्यापारी

झूलाघाट, जेएनएन : आर्थिक पैकेज की मांग को लेकर नेपाल सीमा से लगे झूलाघाट के व्यापारियों का क्रमिक अनशन ग्यारहवें दिन भी जारी रहा। व्यापारियों ने प्रशासन पर आंदोलन की अनदेखी का आरोप लगाते हुए प्रदर्शन किया।

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रोज की तरह झूलाघाट के व्यापारी अनशन स्थल पीपलचौक पर एकत्रित हुए। जहां पर व्यापारियों ने बुरी आथिर्क स्थिति झेल रहे व्यापारियों की दस दिन बाद भी सुध नहीं लिए जाने पर गहरा आक्रोश जताया। व्यापारियों का कहना था कि नेपाल पर निर्भर झूलाघाट के व्यापारियों की स्थिति नेपाल सीमा बंद होने से बुरी है। व्यापारी मानसिक प्रताड़ना झेल रहे हैं। दस दिन से अनशन पर बैठे हैं। इसके बाद भी उनकी सुध नहीं ली जा रही है। व्यापारियों ने कहा कि सर्वप्रथम तो भारत सरकार नेपाल सीमा खुले और अंतरराष्ट्रीय झूला पुल खोले अन्यथा लाकडाउन से लेकर आज तक का आर्थिक पैकेज व्यापारियों को दे ।

इस मौके पर व्यापार मंडल के जिला उपाध्यक्ष संजीव जोशी ने बताया कि गुरु वार की सायं को व्यापार मंडल के जिलाध्यक्ष पवन जोशी झूलाघाट के व्यापारियों से मिलने आ रहे हैं। व्यापारी अपनी समस्या उनके सम्मुख रख सकते हैं। ग्यारहवें दिन जगत पाल शर्मा, रेवाधर जुकारिया, बलदेव गड़कोटी और इरशाद अहमद क्रमिक अनशन पर बैठे। उनके समर्थन में दिन दिनेश भट्ट, देव सिंह कुंवर, सुरेश ओली, किशोर जोशी , भुवन पंगरिया , भोला दत्त्त जोशी, सुरेश पंगरिया, विक्की कलखुड़िया, जगदीश जोशी, प्रकाश डिक्टिया, संजू पंगरिया, रमेश कलखुड़िया, बबलू कलखुडिया,लवदेव भट्ट, जगदीश भट्ट, दिनेश गड़कोटी, धर्मानंद पंत के साथ अन्य व्यापारियों ने धरना दिया।


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