भाजपाइयों ने आलवेदर सड़क की गुणवत्ता पर उठाए सवाल, पीएम से तकनीकी जांच की उठाई मांग
पिथौरागढ़ के भाजपाइयों ने स्वयं आलवेदर रोड की गुणवत्ता पर सवाल उठाते हुए पीएम से जांच की मांग उठाई है।
पिथौरागढ़, जेएनएन : अमूमन विकास कार्यो पर विपक्षी दल सवाल खड़े करते हैं, लेकिन सीमांत जिले में खुद भाजपाइयों ने ही केंद्र सरकार के ड्रीम प्रोजेक्ट आलवेदर रोड की गुणवत्ता पर सवाल खड़े कर दिए हैं। पार्टी कार्यकर्ताओं ने लोकार्पण से पूर्व सड़क की तकनीकी जांच कराए जाने की मांग प्रधानमंत्री से की है।
भाजपा प्रदेश कार्यकारिणी समिति के सदस्य महेंद्र सिंह लुंठी की अगुवाई में गुरना क्षेत्र में पहुंचे कार्यकर्ताओं ने सडक की खोदाई की। कार्यकर्ताओं ने कहा कि सड़क में जिस मानक की रोड़ी का उपयोग किया जाना था, उससे बेहद कम क्षमता की रोड़ी डाली गई है, जिसके लंबे समय तक चलने की कोई संभावना नहीं है। इसका खामियाजा सीमांत जिले के लोगों को भुगतना पड़ेगा। कार्यकर्ताओं ने कहा कि चौड़ाई बढ़ाने के लिए काटी गई चट्टानों को सीधे काट दिया गया है। जिनके ढहने का खतरा बना हुआ है। मलबा डंपिंग जोन में डालकर सीधे खाइयों में फेंक दिया गया है, जिससे लोगों की कृषि भूमि के साथ ही पेयजल स्रोतों भी बर्बाद हो गए हैं। कार्यकर्ताओं ने प्रधानमंत्री को ज्ञापन भेजकर सड़क निर्माण की तकनीकी जांच कराए जाने की मांग की है। ज्ञापन भेजने वालों में सहकारी बैंक के अध्यक्ष मनोज सामंत, राज्य आंदोलनकारी गोविंद सिंह महर, ग्रामीण संघर्ष समिति के राजेंद्र भट्ट, होशियार सिंह लुंठी, बसंत वर्मा, जितेंद्र नगरकोटी, हयात सिंह, हरेंद्र कुंवर आदि शामिल हैं। ====== आलवेदर रोड निर्माण में मानकों के अनुरू प सामग्री लगाई गई है। मलबे से जहां भी नुकसान हुआ है वहां क्षतिपूर्ति की गई है। अकेले जल संस्थान को ही करोड़ों की क्षतिपूर्ति दी गई है। मलबा निस्तारण के लिए जगह-जगह डंपिंग जोन बनाए गए हैं।
- पीएल चौधरी, सहायक अभियंता, एनएच