सुनवाई न होने से नाराज गुरिल्लों ने किया प्रदर्शन
संवाद सहयोगी, पिथौरागढ़: तीन सूत्रीय मांगों को लेकर गुरिल्लों ने सोमवार को जिला मुख्यालय में
संवाद सहयोगी, पिथौरागढ़: तीन सूत्रीय मांगों को लेकर गुरिल्लों ने सोमवार को जिला मुख्यालय में प्रदर्शन किया। 13 वर्षो से उठाई जा रही इन मांगों पर कोई कार्रवाई नहीं होने से खिन्न गुरिल्लों ने उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है।
प्रदर्शन करते हुए गुरिल्लों ने कहा कि वर्ष 1962 से युवाओं को प्रशिक्षण देकर गुरिल्ला युद्ध के लिए तैयार किया जाता रहा। तमाम युद्धों में गुरिल्लों ने महत्वपूर्ण योगदान दिया। पूर्व में गुरिल्लों को एसएसबी में तैनाती दी जाती रही। बाद में इस व्यवस्था को खत्म कर दिया गया। गुरिल्ले पिछले 13 वर्षो से 18 से 45 वर्ष तक के प्रशिक्षितों को नौकरी देने, 45 वर्ष की उम्र पार कर चुके गुरिल्लों और मृत गुरिल्लों के परिजनों को पेंशन दिए जाने की मांग कर रहे हैं, लेकिन आज तक इन मांगों पर कोई कार्रवाई नहीं हुई है। देहरादून से दिल्ली तक प्रदर्शन कर चुके गुरिल्ले देश के प्रधानमंत्री तक अपनी बात पहुंचा चुके हैं। वक्ताओं ने कहा कि देश भर को अपने मन की बात सुना रहे प्रधानमंत्री को गुरिल्लों के मन की बात भी सुननी चाहिए। प्रदर्शन करने वालों में जिलाध्यक्ष सुरेंद्र राम, धर्मानंद, मनीराम, देवेंद्र प्रसाद, कमला देवी, गंगा सिंह, मोहनी उपाध्याय, चंद्रमोहन खड़ायत, रविंद्र, तुलसी देवी, पार्वती, जानकी देवी, देवकी देवी, मदन, विक्रम सिंह, शांति गैड़ा, संजीव भट्ट, गोदावरी देवी, शेर सिंह, भुवन राम, दीवान सिंह, जानकी देवी जगदीश सिंह, फकीर राम आदि शामिल थे। प्रदर्शन के बाद तीन सूत्रीय मांगों का ज्ञापन राजनाथ सिंह को भेजा गया।