चार वर्ष से चिकित्सक विहीन बेरीनाग आयुर्वेदिक चिकित्सालय
संवाद सूत्र, बेरीनाग: सरकार एक ओर आयुर्वेदिक चिकित्सा को बढ़ावा देने के लिए आयुष्मान भारत, र
संवाद सूत्र, बेरीनाग: सरकार एक ओर आयुर्वेदिक चिकित्सा को बढ़ावा देने के लिए आयुष्मान भारत, राष्ट्रीय आयुष मिशन जैसी महत्वाकांक्षी योजनाएं चला रही है, दूसरी ओर आयुर्वेदिक चिकित्सालय चिकित्सकों के अभाव में शो-पीस बने हुए हैं।
बेरीनाग आयुर्वेदिक चिकित्सालय में पिछले चार वर्ष से चिकित्सक नहीं हैं। जिसके चलते आयुर्वेदिक पद्वति से उपचार कराने में रू चि रखने वाले लोगों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। लोग मजबूरी में ऐलोपैथिक चिकित्सा पद्वति को अपनाने के लिए मजबूर हैं। आयुर्वेदिक दवाएं लेने के लिए बेरीनाग के लोगों को गंगोलीहाट के चक्कर काटने पड़ रहे हैं। क्षेत्रवासियों ने अविलंब आयुर्वेदिक चिकित्सक की तैनाती की मांग की है। बेरीनाग आयुर्वेदिक चिकित्सालय में चिकित्सक का पद एनएचएम के तहत स्वीकृत है। वर्तमान में योजना के तहत चिकित्सकों के 14 पद खाली पड़े हुए हैं। नए चिकित्सक की तैनाती होने तक नजदीक के अस्पताल से आयुर्वेदिक चिकित्सक की व्यवस्था की जाएगी।
डा.गिरीश जंगपांगी, जिला आयुर्वेदिक चिकित्साधिकारी