मौसम भी नहीं डिगा सका भक्तों की आस्था
संवाद सूत्र, नाचनी: समुद्र तल से आठ हजार फीट की ऊंचाई पर स्थित सुंदरीनाग मंदिर में लगने वाले मेले
संवाद सूत्र, नाचनी: समुद्र तल से आठ हजार फीट की ऊंचाई पर स्थित सुंदरीनाग मंदिर में लगने वाले मेले में विपरीत मौसम के बाद मेलार्थियों का तांता लगा। तल्ला जोहार के दर्जनों गांवों के भक्त सात किमी की खड़ी चढ़ाई पार कर मंदिर में पहुंचे और सुंदरीनाग की पूजा अर्चना की गई।
बेरीनाग से लेकर तल्ला जोहार तक तक नाग मंदिरों का क्षेत्र है। इस क्षेत्र में नाग मंदिरों में मेले लगते हैं। सबसे अंतिम मेला सुंदरीनाग मंदिर में आश्विन माह की चतुर्थी पर लगता है। रविवार को सुंदरीनाग मंदिर में मेले का आयोजन था। पूर्णत धार्मिक मेले में लोगों की आस्था यहां नजर आती है। बीती रात्रि से ही मौसम खराब था और रविवार की सुबह से मौसम अधिक उग्र बना था। इसके बाद भी भक्तों का तांता लगा रहा। खराब मौसम में नाचनी, हुपुली, राया, बजेता, डुंगरी सहित दो दर्जनों गांवों के लोग सात किमी की खड़ी चढ़ाई पार कर सुंदरीनाग मंदिर पहुंचे । जहां भारी बारिश के बीच मंदिर में पूजा अर्चना की गई। इस दौरान मंदिर में मेला लगा रहा। भारी बारिश के बीच मेलार्थियों में उत्साह बना रहा। सायं तक मेले में चहल पहल बनी रही। इस दौरान मंदिर में दर्शनों के लिए तांता लगा रहा। मेले में शांति व्यवस्था के लिए नाचनी से पुलिस जवान भी पहुंचे थे। मंदिर में दो दिन तक पूजा ,अर्चना होती रहेगी।