15 वर्षीय विकास ने विभाग और समाज को दिखाया आईना, नाचनी -बांसबगड़ मार्ग पर स्वयं भरे एक दर्जन से अधिक गड्ढे
15 वर्षीय किशोर विकास ने खुद ही नाचनी बांसबगड़ रोड पर हुए करीब एक दर्जन गड्ढों को स्वयं ही भर डाला।
नाचनी (पिथौरागढ़), जेएनएन : सार्वजनिक समस्याओं को लेकर हाथों में पोस्टर, बैनर लेकर सड़क जाम करना, व्यवस्था के खिलाफ प्रदर्शन करना आम बात है। कहीं पर पीड़ित स्वयं स्फूर्त होकर आंदोलन करते हैं कुछ स्थानों पर इस तरह के आंदोलन प्रायोजित होते हैं। जहां पर व्यवस्था के पहुंचने में विलंब हो जाए उन स्थानों पर सहयोग के लिए आगे आने वालों की संख्या काफी कम होती है। ऐसा एक उदाहरण नाचनी -बांसबगड़ दस किमी मार्ग पर एक पंद्रह वर्षीय किशोर ने पेश किया है।
प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के अंतर्गत तल्ला जोहार में नाचनी से बांसबगड़ 10 सड़क अपनी कमियों को लेकर हमेशा चर्चा में रहती है। प्रतिवर्ष मानसून काल में यह सड़क लंबे समय तक बंद रहती है। इस सड़क से लगभग तीस हजार से अधिक की आबादी जुड़ी है। इस समय सड़क छोटे वाहनों के लिए खुली है, परंतु मार्ग में आठ से दस स्थानों पर सड़क में बड़े-बड़े गड्ढे बने हैं। सड़क पर चलने वाले वाहन चालक, स्थानीय जनप्रतिनिधि, स्थानीय जनता इन गड्ढों को लेकर आए दिन रोष जताती है।
इधर एक पंद्रह वर्षीय किशोर विकास सिंह ने सारे विरोध करने वालों को आईना दिखाया है। विकास सिंह ने पूरे मार्ग पर बने गड्ढे मिट्टी और पत्थरों से पाट दिए हैं। बुधवार सुबह से अकेले विकास ने मार्ग पर बने लगभग दस गड्ढे जो वाहन संचालन में बाधक बन रहे थे उन्हें भर दिया। इस कार्य की सभी ने सराहना की है। विकास सिंह मूल रू प से चम्पावत जिले का देवीधूरा निवासी है। उसके पिता रमेश सिंह लोधियाल नाचनी वन विभाग में तैनात हैं। वह अपने पिता के साथ रहता है और कक्षा दस का छात्र है। युवक ने स्वप्रेरणा से यह कार्य किया है।
======== सड़क सार्वजनिक सम्पत्ति्त है इसकी सुरक्षा की जिम्मेदारी सभी की होती है। हमें अपने कर्तव्य से मुंह नहीं फेरना चाहिए। मेरा यह कार्य केवल अपनी जिम्मेदारी निभाने से है इसकी मुझे प्रेरणा मिली। समाज के हर वर्ग की सार्वजनिक संपत्ति्त की रक्षा करनी चाहिए। सरकारी मिशनरी को कभी कभार पहुंचने में विलंब हो जाता है। ऐसे में हमें हाथ पर हाथ धरे नहीं बैठना चाहिए।
- विकास सिंह, छात्र