सड़क बंद होने से फंसी 108 एंबुलेंस, तड़पती रही गर्भवती
पिथौरागढ़ में बीती रात्रि भारी बारिश के चलते गर्भवती को ले जा रही 108 एंबुलेंस मार्ग में फंस गई।
पिथौरागढ़, जेएनएन : बीती रात्रि भारी बारिश के चलते आपातकालीन स्थितियों में जिला मुख्यालय लाए जा रहे दो मरीजों की जान पर बन आई। मरीज घंटों एंबुलेंस में तड़पते रहे। सूचना दिए जाने के बाद भी आपदा प्रबंधन विभाग की ओर से कोई पहल नहीं होने पर मरीजों के परिजनों और 108 कर्मियों ने खुद ही सड़क साफ कर मरीजों को अस्पताल पहुंचाया।
बेरीनाग तहसील की विमला देवी पत्नी सूरज को शुक्रवार की रात प्रसव पीड़ा शुरू हुई। सामुदायिक स्वास्थ केंद्र से उन्हें जिला मुख्यालय रेफर कर दिया गया। 108 एंबुलेंस से महिला को जिला चिकित्सालय भेजा गया। इस दौरान भारी बारिश शुरू हो गई। बुंगाछीना से कनालीछीना क्षेत्र की एंबुलेंस महिला को लेकर जिला चिकित्सालय को रवाना हुई। भारी बारिश से सड़क में जगह- जगह मलबा आ गया। सुवालेख के पास भारी मलबा आ जाने से एंबुलेंस फंस गई। 108 कर्मी और महिला के पति सूरज ने मलबा साफ कर जैसे-तैसे एंबुलेंस को आगे बढ़ाया। सातशिलिंग के पास सड़क पर मलबे के चलते वाहन आगे नहीं बढ़ गया। रात्रि ढाई बजे इसकी सूचना आपदा प्रबंधन विभाग को दे दी गई, लेकिन आपदा प्रबंधन विभाग की ओर से कोई पहल नहीं हुई। इस दौरान गर्भवती महिला दर्द से तड़पती रही। महिला के पति और 108 कर्मियों ने दो घंटे की मशक्कत कर वाहन निकालने जगह बनाई। प्रात: सात बजे महिला अस्पताल पहुंच सकी, जहां चिकित्सकों ने तत्काल महिला का प्रसव कराया। महिला ने स्वस्थ बच्चे को जन्म दिया।
कनालीछीना क्षेत्र में अचानक नाक से खून निकलने के चलते एक व्यक्ति को आपात स्थित में जिला मुख्यालय लाया जा रहा था। 108 की यह एंबुलेंस भी मलबा आ जाने से पीपली चौक में फंस गई। यहां भी सड़क खोलने के लिए आपदा प्रबंधन विभाग की ओर से कोई पहल नहीं हुई। कनालीछीना विकास खंड में फंसे मरीज को अस्पताल पहुंचाने के लिए मूनाकोट से एंबुलेंस भेजी गई और मरीज को अस्पताल पहुंचाया गया। अस्पताल पहुंचे मरीजों ने 108 सेवा का आभार जताया है। ======== देर रात सड़क बंद होने की सूचना आपदा कंटोल रू म में मिली थी। सड़क खोलने के लिए संबंधित विभाग से वार्ता कर मशीनरी भेज दी गई थी। सामान्य यातायात शुरू होने से पूर्व सड़क खुल गई।
- दिनेश वर्मा, आपदा प्रबंधन अधिकारी