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बीत गए साल, नहीं सुधरे मोटर मार्ग के हालात

दिन एक जुलाई 2018 समय सुबह करीब सवा सात बजे। प्रखंड नैनीडांडा के अंतर्गत बमणसैंण (भौन) से रामनगर के लिए रवाना हुई सवारियों से खचाखच भरी बस धुमाकोट से करीब आठ किमी पहले ग्वीन पुल के पास करीब दो सौ मीटर नीचे संगुड़ी गदेरे में जा गिरी।

By JagranEdited By: Published: Fri, 28 Jan 2022 11:02 PM (IST)Updated: Fri, 28 Jan 2022 11:02 PM (IST)
बीत गए साल, नहीं सुधरे मोटर मार्ग के हालात
बीत गए साल, नहीं सुधरे मोटर मार्ग के हालात

हरीश रावत, धुमाकोट : दिन एक जुलाई 2018, समय सुबह करीब सवा सात बजे। प्रखंड नैनीडांडा के अंतर्गत बमणसैंण (भौन) से रामनगर के लिए रवाना हुई सवारियों से खचाखच भरी बस धुमाकोट से करीब आठ किमी पहले ग्वीन पुल के पास करीब दो सौ मीटर नीचे संगुड़ी गदेरे में जा गिरी। दुर्घटना में 48 यात्रियों की मौत हुई व 12 यात्री घायल हुए। दुर्घटना के बाद सरकारी तंत्र हरकत में आया और सड़क की बदहाल स्थिति के लिए जिम्मेदार लोक निर्माण विभाग के दो अधिकारियों को निलंबित कर दिया। साथ ही इस सड़क की दशा सुधार कर सड़क में सुरक्षा दीवार बनाने व तेज मोड़ों पर क्रश बैरियर लगाने की बातें भी कही गई। साढ़े तीन वर्ष बीत गए। लेकिन, सड़क की हालत जस की तस। ग्रामीण आज भी स्वयं की जिदगी खतरे में डाल इस सड़क पर सफर को मजबूर हैं।

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गांवों को मुख्य सड़क से जोड़ने के लिए जगह-जगह संपर्क मार्ग तो बनाए जाते हैं। लेकिन, इन संपर्क मार्गों में किस तरह आमजन खुद का जीवन खतरे में डाल सफर करता है, प्रखंड नैनीडांडा के अंतर्गत धुमाकोट-भौन मोटर मार्ग इसका प्रत्यक्ष प्रमाण है। इस मार्ग से देवधर, खुटिडा, चिनवाड़ी, क्वीन, पीपली, दुडेरा, सलाना, भौन, मैरा, पिपलधार, बमेड़ी आदि गांवों की बड़ी आबादी हर रोज आवाजाही करती है। इस क्षेत्र की करीब 25 हजार की आबादी को तहसील या ब्लाक मुख्यालय पहुंचना हो अथवा रामनगर या कोटद्वार जाना हो, ग्रामीणों के लिए यही एकमात्र मार्ग है। साढ़े तीन वर्ष बीत गए हैं। लेकिन, आज तक सरकार ने इस मार्ग की सुध लेने की जहमत नहीं उठाई। इधर, क्षेत्रीय जनता सरकार की इस कार्यशैली पर खासी नाराज नजर आ रही है। शोपीस बने बोर्ड

एक जुलाई 2018 को हुई दुर्घटना के बाद सरकार ने सड़क की हालत तो नहीं सुधारी। अलबत्ता, सड़क पर भारी वाहनों के आवागमन को प्रतिबंधित करते हुए इस संबंध में बोर्ड अवश्य लगा दिए। बोर्ड लगाकर सरकार ने अपने क‌र्त्तव्य की इतिश्री कर दी और इस मार्ग पर भारी वाहनों का आवागमन बदस्तूर जारी है। निजी वाहन छोड़िए, स्वयं इस मार्ग पर उत्तराखंड परिवहन निगम की बस भी आमजन को सेवाएं दे रही है।

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धुमाकोट-भौन मोटर मार्ग के लिए करीब एक करोड़ की धनराशि स्वीकृत हो गई है। इस धनराशि से तीव्र मोड़ों पर सड़क चौड़ीकरण, पूरी सड़क का डामरीकरण, क्रश बैरियर निर्माण व कमजोर पुश्तों का निर्माण कार्य करवाए जाना है। जल्द ही निर्माण कार्य के अनुबंध जारी किए जाएंगे। प्रेम सिंह बिष्ट, अधिशासी अभियंता, लोक निर्माण विभाग संदेश : 28 कोटपी 4

प्रखंड नैनीडांडा के अंतर्गत धुमाकोट में लगाए गए वह बोर्ड, जिन्हें एक जुलाई 2018 को हुई दुर्घटना के बाद लगाया गया था।

28 कोटपी 5

प्रखंड नैनीडांडा के अंतर्गत धुमाकोट-भौन मोटर मार्ग में हुए गड्डे


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