अधर में कार्यशाला, बस अड्डा निर्माण भी सपना
उत्तराखंड परिवहन निगम के कोटद्वार डिपो की रोडवेज कार्यशाला का निर्माण फिलहाल अधर में लटकता दिख रहा है।
संवाद सहयोगी, कोटद्वार: उत्तराखंड परिवहन निगम के कोटद्वार डिपो की रोडवेज कार्यशाला का निर्माण फिलहाल अधर में लटकता दिख रहा है। दरअसल, कार्यशाला के लिए चयनित भूमि को निगम की निर्माण इकाई ने खारिज कर दिया है। अब डिपो कार्यशाला के लिए नई भूमि की तलाश में जुट गया है। इधर, मौजूदा कार्यशाला से संचालित बस अड्डे में बसों की पार्किंग के लिए पर्याप्त व्यवस्था न होने के कारण बसें आज भी सड़क पर खड़ी हो रही हैं।
उत्तराखंड परिवहन निगम के कोटद्वार डिपो में प्रतिदिन दिल्ली, गाजियाबाद, मेरठ, हरिद्वार व देहरादून समेत पहाड़ी क्षेत्रों के लिए आवाजाही करते हैं। निगम के पास 55 बसों का बेड़ा है, लेकिन इन बसों को खड़ा करने के लिए आज तक बस अड्डा नहीं है। नतीजा, आज भी बसों का संचालन डिपो की कार्यशाला से ही हो रहा है। इस समस्या को देखते हुए वर्ष 2010 में निगम ने कार्यशाला निर्माण के लिए खूनीबड़ में 0.265 हेक्टेयर भूमि चयनित कर दी। योजना थी कि चयनित भूमि में कार्यशाला खोली जाएगी व वर्तमान कार्यशाला को बस अड्डे में शिफ्ट कर दिया जाएगा। पिछले दस वर्षों से चयनित भूमि पर कार्यशाला निर्माण का इंतजार था, लेकिन अब निगम की निर्माण इकाई ने इस भूमि को खारिज दिया है।
यातायात व्यवस्था होती है प्रभावित
वर्तमान में डिपो की कार्यशाला व सड़कों पर बसों के खड़े रहने से यातायात व्यवस्था प्रभावित होती हैं। स्टेशन रोड पर प्रतिदिन जाम की समस्या बनी रहती है। वहीं, उत्तर प्रदेश की बसें भी इस रोड पर आकर खड़ी होती हैं। उधर, डिपो के सहायक महाप्रबंधक टीकाराम आदित्य ने बताया कि अब कार्यशाला के लिए नई भूमि के चयन की कवायद चल रही है।