कर्मों के आधार पर ही पुनर्जन्म की संभावना
जागरण संवाददाता, श्रीनगर गढ़वाल गणेश महोत्सव को लेकर श्रीनगर के प्राचीन गणेश मंदिर परिसर
जागरण संवाददाता, श्रीनगर गढ़वाल
गणेश महोत्सव को लेकर श्रीनगर के प्राचीन गणेश मंदिर परिसर में श्री नृ¨सह महापुराण कथा का श्रवण करने के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु विशेषकर महिलाएं पहुंच रही हैं। प्रतिदिन प्रात: आठ बजे से 12 बजे तक गणेश पूजन, रुद्र पाठ और गणेश पुराण मूल पाठ का भी आयोजन होता है। रुद्रपाठ के साथ ही चंडीपाठ, विष्णु सहस्त्रनाम पाठ, नृ¨सह स्त्रोत का पाठ और पूजन भी पंडित वीरेंद्र प्रसाद घिल्डियाल, पंडित मनीष डोभाल, पंडित संदीप पुरोहित, पंडित संदीप उनियाल, पंडित भुवनेश भट्ट कर रहे हैं। चौथे दिन श्री नृ¨सह महापुराण कथा का वाचन करते हुए प्रसिद्ध कथावाचक आचार्य मधुसूदन घिल्डियाल ने कहा कि कर्मो के आधार पर ही मानव के पुनर्जन्म की संभावना टिकी होती है।
उत्तराखंड के प्रसिद्ध कथावाचक आचार्य मधुसूदन घिल्डियाल ने कहा कि मानव का भौतिक शरीर तो समाप्त हो जाता है। लेकिन कर्म हमेशा रहते हैं। राजा सोमकांत की कथा का श्रवण करवाते हुए उन्होंने कहा कि पूर्व जन्म के कर्मो के आधार पर ही राजा को दूसरे जन्म में भी कुष्ठ रोग की प्राप्ति हो गयी। भृगु मुनि ने उस कुष्ठ रोग की शांति तभी संभव हो पायी। जब सत्संग से मिले ज्ञान से पूर्व के प्रारब्ध और पाप कर्म का क्षय हुआ और राजा रोग से मुक्त हुए। श्री नृ¨सह महापुराण कथा का श्रवण करने के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु गणेश मंदिर पहुंच रहे हैं। इस अवसर पर पंडित रामकृष्ण पांडे, प्रभात पांडे, राकेश जोशी, पवन बंसल, मुकेश अग्रवाल, दीपक उनियाल, नीरज खंडूड़ी, राजेंद्र कैंतुरा, गोपाल डुडेजा, राघव जोशी, भावेश असवाल, पंडित बुद्धिबल्लभ उनियाल, नवीन आदि मौजूद रहे।