लोकतंत्र के महायज्ञ में दिव्यांगों ने भी दी आहुति
संवाद सहयोगी कोटद्वार लोकतंत्र को मजबूत करने के लिए मतदान करना अतिआवश्यक होता है। सभी म
संवाद सहयोगी, कोटद्वार: लोकतंत्र को मजबूत करने के लिए मतदान करना अतिआवश्यक होता है। सभी मतदाताओं की जिम्मेदारी है कि वह अपने-अपने मताधिकार का प्रयोग करें। इसी जिम्मेदारी को बखूबी समझते हुए दिव्यांगों ने भी मताधिकार का प्रयोग कर मतदान का संदेश दिया।
गढ़वाल संसदीय सीट के अंतर्गत कोटद्वार विधानसभा में गुरुवार को सुबह सात बजे मतदान शुरू हो गया। सुबह के समय मतदेय स्थलों पर मतदाताओं की लाइन लगी हुई थी। इस महापर्व में क्षेत्र के दिव्यांगों ने भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। राजकीय कन्या पूर्व माध्यमिक विद्यालय लोकमणिपुर में दिव्यांग विनीता ने मतदान किया। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र को मजबूत करने के लिए सभी को अपने मताधिकार का प्रयोग करना चाहिए। मतदान कराने में उनकी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने मदद की। वहीं, दिव्यांग सुनील ने भी मताधिकार का प्रयोग किया। उनका कहना था कि दिव्यांगों के लिए व्यवस्था करना सही कदम है। एसजीआआर पब्लिक स्कूल में दिव्यांग सौम्या ने भी अपने मताधिकार का प्रयोग किया। राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवियों ने मतदान कराने में उनकी मदद की। उनका कहना था कि इस बार मतदान करने में दिव्यांगों को सहूलियत हुई है। उधर, प्रत्येक मतदेय स्थल पर एनएसएस स्वयंसेवी दिव्यांगों व बुजुर्गों को मतदान कराने के लिए मदद करते दिखाई दिए। बुजुर्ग भी नहीं रहे पीछे
लोकतंत्र के महापर्व में आहुति देने से बुजुर्ग मतदाता भी पीछे नहीं रहे। आदर्श राजकीय प्राथमिक विद्यालय मोटाढाक में पदमपुर निवासी बुजुर्ग जगदीश सिंह राणा ने मतदान किया। वहीं, 95 वर्षीय महेशानंद व 80 वर्षीय नारायण सिंह बिष्ट ने मॉडल मांटेसरी स्कूल में अपने मताधिकार का प्रयोग किया। इसके अलावा बुजुर्ग अनुसुर्या व जसवंत कौर ने भी मतदान कर लोकतंत्र को मजबूत किया। इन बुजुर्गों उत्साह देखकर सभी हैरान हो गए। इन मतदाताओं ने अन्य लोगों के लिए भी एक मिसाल पेश करने का काम किया।