ग्रामीणों के हलक दो साल से प्यासे
संवाद सहयोगी, पौड़ी: सरकार कल्जीखाल स्थित दो गांव के ग्रामीणों के हलक दो साल बाद भी तर नह
संवाद सहयोगी, पौड़ी: सरकार कल्जीखाल स्थित दो गांव के ग्रामीणों के हलक दो साल बाद भी तर नहीं कर पाई है। वर्ष 2016 में सड़क निर्माण के दौरान दोनों गांवों की पेयजल लाइन क्षतिग्रस्त हुई थी। पीएमजीएसवाइ ने ग्रामीणों के आंदोलन के बाद मरम्मतीकरण किए जाने को धनराशि जारी की, लेकिन अब जल संस्थान विगत सात माह से पेयजल लाइन मरम्मतीकरण कार्य को लेकर उदासीन बना हुआ है। हालांकि जल संस्थान के अधिकारियों का कहना है कि पेयजल लाइन की मरम्मत का कार्य सुचारु रूप से चल रहा है।
विकास खंड कल्जीखाल में सेनार व गोर्ली गांव स्थित हैं। सितंबर 2016 में कल्जीखाल-साकनी मोटर मार्ग निर्माण के दौरान दोनों गांव की पेयजल लाइन क्षतिग्रस्त हो गई थी। ग्रामीणों ने सड़क निर्माण कर रही पीएमजीएसवाइ से पेयजल लाइन की मरम्मत किए जाने की मांग की। पीएमजीएसवाइ हीलाहवाली दिखाता रहा। ग्रामीणों ने वर्ष 2017 से फरवरी 2018 तक पीएमजीएसवाइ कोटद्वार से लिखित, पत्राचार व दूरसंचार के माध्यम से लगातार पेयजल लाइन मरम्मतीकरण किए जाने की मांग की। लेकिन पीएमजीएसवाइ ने कोई सुनवाई नहीं की। फरवरी 2018 को ग्रामीणों ने पीएमजीएसवाइ कोटद्वार कार्यालय परिसर में धरना-प्रदर्शन किया, जिसके बाद पीएमजीएसवाइ ने 6.58 लाख आगणन राशि के सापेक्ष जल संस्थान पौड़ी को 4.60 लाख रुपये अवमुक्त किए। लेकिन जल संस्थान सात माह बाद भी पेयजल लाइन की मरम्मत नहीं कर पाया है। पूर्व ब्लाक प्रमुख कल्जीखाल सुरेंद्र ¨सह नेगी व ग्राम प्रधान सेनार प्रेम ¨सह ने बताया कि ग्रामीण विगत दो वर्षों से पेयजल किल्लत को लेकर परेशान हैं। वह कभी पीएमजीएसवाइ तो कभी जल संस्थान अधिकारियों के चक्कर काट रहे हैं। कहा कि पेयजल लाइन मरम्मतीकरण कार्य जल्द नहीं किया गया तो 15 दिन बाद जिला मुख्यालय पौड़ी में धरना-प्रदर्शन किया जाएगा। जल संस्थान के अधिशासी अभियंता एसके गुप्ता ने कहा कि सेनार-गोर्ली में पेयजल लाइन की मरम्मत का कार्य सुचारु रूप से चल रहा है, जिसे जल्द पूरा कर लिया जाएगा।