अवैध खनन पर गुस्सा, वनकर्मियों को बनाया बंधक
जागरण संवाददाता, कोटद्वार: लैंसडौन वन प्रभाग की कोटद्वार रेंज के अंतर्गत खोह, सुखरो व मालन न
जागरण संवाददाता, कोटद्वार: लैंसडौन वन प्रभाग की कोटद्वार रेंज के अंतर्गत खोह, सुखरो व मालन नदियों में धड़ल्ले से हो रहे अवैध खनन के कारण क्षेत्र की जनता खासी परेशान है। अवैध खनन के कारण जहां ग्रामीणों की काश्तभूमि नदियों की भेंट चढ़ रही है, वहीं नदी से सटे गांवों में भी बाढ़ का खतरा बढ़ गया है। अवैध खनन के कारण लगातार बढ़ रहे खतरे को देखते हुए बीती रात ग्रामीणों ने वन विभाग की टीम को बंधक बना दिया। ग्रामीण अवैध खनन रोकने के नाम पर खानापूर्ति के बजाय खननकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे थे।
कोटद्वार क्षेत्र में धड़ल्ले से हो रहे अवैध खनन के खिलाफ अब स्वयं ग्रामीण मोर्चा खोलने लगे हैं। बीती रात ग्रामीणों ने मालन नदी में खनन की सूचना कोटद्वार रेंज के अधिकारियों को दी। इस पर कोटद्वार रेंज के रेंजर आरपी पंत के नेतृत्व में अवैध खनन रोकने गई वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची। वन क्षेत्राधिकारी आरपी पंत ने बताया कि रात्रि करीब एक बजे जैसे ही विभाग की टीम जैसे ही देवरामपुर क्षेत्र में पहुंची, ग्रामीणों ने टीम को घेर लिया। ग्रामीणों का आरोप था कि वन विभाग की ओर से खनन रोकने की दिशा में ठोस कार्रवाई नहीं की जा रही, जिससे न सिर्फ उनके गांव में बाढ़ का खतरा बढ़ रहा है, बल्कि उनकी काश्त भूमि भी तेजी से नदी की भेंट चढ़ रही है। ग्रामीणों ने एकस्वर में अवैध खनन के खिलाफ खानापूर्ति करने के बजाय कड़ी कार्रवाई करने की मांग की। करीब दो घंटे की जिरह के बाद वन क्षेत्राधिकारी आरपी पंत ने ग्रामीणों को अवैध खनन के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का आश्वासन दिया, जिसके बाद ग्रामीणों ने वन कर्मियों को रिहा किया। बंधक बनी टीम में वन आरक्षी राहुल चमोली, राजवीर सैनी, महेंद्र, नरेंद्र, राकेश बिष्ट, पुष्कर ¨सह आदि शामिल रहे। इधर, शनिवार सुबह वन कर्मियों की टीम ने सुखरो नदी में अवैध खनन के मामले में एक ट्रैक्टर-ट्रालीको पकड़ कर वन अधिनियम के तहत ट्रेक्टर स्वामी के खिलाफ जुर्म काटा है।
खनन रोकने को जल्द ही एक टास्क फोर्स गठित की जा रही है, जो लगातार क्षेत्र में अवैध खनन की धरपकड़ करेगी। अवैध खनन किसी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
वैभव कुमार ¨सह, प्रभागीय वनाधिकारी, लैंसडौन वन प्रभाग