शर्मनाक: सड़क पर पड़ा था शराब के नशे में धुत हेडमास्टर, स्कूल में इस हाल में मिले बच्चे
पौड़ी के थलीसैंण में एक प्रधानाध्यापक के शराब के नशे में स्कूल समय पर पाए जाने का मामला सामने आया है। वीडियो वायरल होने पर शिक्षा विभाग ने जांच शुरू कर दी है। ग्रामीणों ने शिक्षक को हटाने की मांग की है, जबकि बीईओ ने जांच टीम गठित कर रिपोर्ट तलब की है। अध्यापिका के ड्यूटी पर होने से शिक्षण कार्य प्रभावित नहीं हुआ।

विकास खंड थलीसैंण के राउप्रावि मरोड़ा का है मामला। प्रतीकात्मक
जागरण संवाददाता, पौड़ी। विकास खंड थलीसैंण के एक उच्च प्राथमिक विद्यालय के प्रधानाध्यापक के शराब के नशे में होने का मामला सामने आया है। प्रकरण का एक वीडियो इंटरनेट मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। जिसका संज्ञान लेते हुए शिक्षा विभाग ने तत्काल प्रभाव से प्रकरण की जांच शुरु कर ली है। बीईओ थलीसैंण विवेक पंवार ने प्रकरण में दो सदस्यीय जांच टीम गठित कर तीन दिन के भीतर रिपोर्ट तलब की है। उन्होंने बताया कि प्रकरण जांच रिपोर्ट मिलने पर कार्रवाई की स्पष्ट संस्तुति के साथ डीईओ बेसिक पौड़ी को रिपोर्ट भेजी जाएगी।
विकास खंड थलीसैंण के राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय मरोड़ा में सेवारत प्रधानाध्यापक का एक वीडियो इंटरनेट मीडिया पर वायरल हो रहा है। किसी ग्रामीण द्वारा यह वीडियो बनाया गया है। जिसमें ग्रामीण महिला द्वारा स्पष्ट रुप से कहा गया है कि शिक्षक स्कूल के समय शराब के नशे में सड़क किनारे पड़ा है। जिसके चलते विद्यालय में बच्चे खेल रहे हैं। साथ ही वह चिंता व्यक्त कर रही है कि ऐसे में बच्चों का भविष्य कैसा होगा। उन्होंने शिक्षा विभाग से उक्त शिक्षक को पद से हटाते हुए राउप्रावि मरोड़ा में नए व अच्छे शिक्षक की तैनाती किए जाने की मांग की है।
बीईओ थलीसैंण विवेक पंवार ने बताया कि राउप्रावि मरोड़ा में 34 छात्र-छात्राएं अध्ययनरत हैं। यहां प्रधानाध्यापक के साथ एक सहायक अध्यापिका सेवारत हैं। उन्होंने बताया कि विद्यालय के प्रधानाध्यापक का शराब के नशे में सड़क किनारे पड़े होने का एक वीडियो इंटरनेट मीडिया पर वायरल हो रहा है। जिसका विभाग ने तत्काल संज्ञान ले लिया है। साथ ही प्रकरण में ग्रामीणों ने भी शिकायत की है। हालांकि इस दौरान अध्यापिका विद्यालय में ड्यूटी पर तैनात थी। शिक्षण कार्य पर कोई विपरीत प्रभाव नहीं पड़ा।
बीईओ पंवार ने बताया कि प्रकरण में राउमावि पलाण व देवधार के प्रधानाध्यापकों को जांच अधिकारी नामित कर दो सदस्यीय जांच टीम को तीन दिन के भीतर रिपोर्ट उपलब्ध कराए जाने के निर्देश दिए गए हैं। बताया कि प्रकरण में रिपोर्ट मिलने पर संबंधित के खिलाफ कार्रवाई की स्पष्ट आंख्या के साथ रिपोर्ट डीईओ बेसिक पौड़ी को भेजी जाएगी।

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