वरिष्ठ रंगकर्मी के वीरेंद्र कश्यप का निधन
संवाद सहयोगी पौड़ी वरिष्ठ रंगकर्मी व साहित्यकार वीरेंद्र कश्यप के निधन पर रंगर्किमयों में
संवाद सहयोगी, पौड़ी: वरिष्ठ रंगकर्मी व साहित्यकार वीरेंद्र कश्यप के निधन पर रंगर्किमयों में शोक की लहर है। 86 वर्षीय कश्यप मूल रूप से देहरादून जिले के भगवंतपुर गांव के रहने वाले थे। 50 के दशक में वे पौड़ी आए और यहीं के होकर रह गए। उन्होंने शोहरत सहित अनेक रचनाएं लिखी हैं। रंगकर्मी के रूप में वे विविध भारती के नाट्य प्रसारण हवा महल कार्यक्रम में अभिनय के लिए जाने जाते थे। गढ़वाल में नाट्य प्रस्तुतियों में महिला पात्रों के अभिनय को महिलाओं से निभाए जाने की शुरुआत उन्होंने अंधकार प्रकाश नाटक से की। नाटक का निर्देशन भी वीरेंद्र कश्यप ने किया। साहित्यकार वीरेंद्र खंकरियाल, फिल्म निर्देशक व गीतकार गणेश वीरान, लोक गायक अनिल बिष्ट, कवि गणेश खुगशाल, ब्लाक प्रमुख कोट सुनील लिगवाल व पालिकाध्यक्ष पौड़ी यशपाल बेनाम ने कहा कि उनके निधन से संस्कृति के क्षेत्र में अपूर्णीय क्षति हुई है।
वहीं, भातखंडे हिदुस्तानी संगीत महाविद्यालय पौड़ी में शोक सभा का आयोजन किया गया, जिसमें दिवंगत आत्मा की शांति के लिए दो मिनट का मौन रख श्रद्धांजलि दी गई। इस अवसर पर वरिष्ठ रंगकर्मी गौरी शंकर थपलियाल, नागेंद्र, अनिल नेगी, केशवानंद नौटियाल, मनोज रावत, इंद्रमोहन चमोली, यमुना राम, प्रमेंद्र नेगी, मनोज धुर्वी, त्रिभुवन उनियाल, मोहन रावत आदि शामिल रहे।