मतदाता सूची से हटाए गए गढ़वाली के वंशजों के नाम, जानिए
पेशावर विद्रोह के महानायक वीर चंद्र सिंह गढ़वाली के वंशजों के नाम गांव की मतदाता सूची से हटा दिए गए हैं। तर्क उनका यूपी के बाशिंदे होना दिया जा रहा है।
कोटद्वार, [जेएनएन]: बीते कई वर्षों से कोटद्वार-भाबर की हल्दूखाता ग्रामसभा के वोटर रहे पेशावर विद्रोह के महानायक वीर चंद्र सिंह गढ़वाली के वंशजों के नाम गांव की मतदाता सूची से हटा दिए गए हैं। तर्क दिया जा रहा कि उत्तर प्रदेश के बाशिंदे होने के कारण उनके नाम सूची से हटाए गए। इसकी शिकायत गढ़वाली के वंशजों ने एसडीएम कोटद्वार के पास शिकायत दर्ज कराई है।
गढ़वाली के पौत्र दीनबंधु गढ़वाली ने बताया कि उनकी मां विमला गढ़वाली जसोधरपुर वार्ड-40 से नगर निगम पार्षद का चुनाव लडऩे की तैयारी कर रही हैं। इस संबंध में शनिवार को जब उन्होंने क्षेत्र की वोटर लिस्ट खंगाली तो उसमें उनके परिवार के 12 सदस्यों में से किसी का भी नाम नहीं था। जबकि, पूर्व में सभी का नाम गांव की वोटर लिस्ट में दर्ज था। बताया कि परिवार के सभी सदस्यों के ड्राइविंग लाइसेंस, राशन कार्ड सहित अन्य दस्तावेज उत्तराखंड के ही बने हुए हैं। साथ ही वह लोकसभा, विधानसभा व पंचायत के चुनाव में भी मतदान कर चुके हैं।
विदित हो कि गढ़वाली के परिजन कोटद्वार के हल्दूखाता में जिस स्थान पर रह रहे हैं, वह बिजनौर वन प्रभाग की भूमि है। वन विभाग की ओर से सत्तर के दशक में यह भूमि गढ़वाली को लीज पर दी गई थी। उधर, एसडीएम कोटद्वार कमलेश मेहता का कहना है कि नगर निगम की मतदाता सूची बनाने के दौरान गढ़वाली के वंशज हल्दूखाता ग्रामसभा के मूल निवासी नहीं पाए गए होंगे। इसलिए परिवार का नाम मतदाता सूची से हटाया गया होगा। मतदाता सूची में नाम चढ़ाने के लिए आवेदन किया जा सकता है। आवेदन पर जांच के बाद ही आगे की कार्रवार्इ संभव हो पाएगी।
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