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Uttarakhand Accident: सुस्त पड़ा सिस्टम तो मददगार बने ग्रामीण, यहां देखें बस दुर्घटना के मृतक व घायलों की सूची

दुर्घटना की सूचना मिलते ही रिखणीखाल और धुमाकोट थाने से पुलिस टीमें रात आठ बजे तक मौके पर पहुंच तो गई लेकिन संसाधनों के नाम पर उनके पास स्ट्रेचरों के अलावा कुछ नहीं था। हाईमास्क लाइटें ना होने से रास्ता तक नजर नहीं आ रहा था।

By Jagran NewsEdited By: Sumit KumarPublished: Thu, 06 Oct 2022 03:58 PM (IST)Updated: Thu, 06 Oct 2022 03:58 PM (IST)
Uttarakhand Accident: सुस्त पड़ा सिस्टम तो मददगार बने ग्रामीण, यहां देखें बस दुर्घटना के मृतक व घायलों की सूची
एसडीआरएफ टीम के पहुंचने से पहले ही ग्रामीणों ने खाई में उतरने का रास्ता तैयार कर दिया था।

जागरण संवाददाता, कोटद्वार: गांवों में पसरे सन्नाटे को चीरती चीत्कार और घायलों को दिलासा देते ग्रामीण। यकीन जानिए कि यदि आमजन भी सरकारी सिस्टम की तरह लचर होता तो मंगलवार को हुए हादसे में कई अन्य जान भी जा सकती थी। बस हादसे के तत्काल बाद सिमड़ी और कांडा तल्ला के ग्रामीणों ने खुद की जान की परवाह किए बिना गहरी खाई में उतरकर स्वयं राहत-बचाव कार्य शुरू किया। हालांकि वो घायलों को निकालने में सफल नहीं हो पाए, लेकिन एसडीआरएफ टीम के पहुंचने से पहले ही ग्रामीणों ने खाई में उतरने का रास्ता तैयार कर दिया था।

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खाई में पड़े घायल पांच घंटे तक करते रहे मदद का इंतजार

आपदा की दृष्टि से संवेदनशील प्रदेश होने के बावजूद यहां का आपदा-राहत बचाव तंत्र कितना सुस्त है इसकी बानगी बस हादसे के बाद देखने को मिली, जब खाई में पड़े घायल करीब पांच घंटे तक मदद का इंतजार करते रहे। दुर्घटना की सूचना मिलते ही रिखणीखाल और धुमाकोट थाने से पुलिस टीमें रात आठ बजे तक मौके पर पहुंच तो गई, लेकिन संसाधनों के नाम पर उनके पास स्ट्रेचरों के अलावा कुछ नहीं था। हाईमास्क लाइटें ना होने से रास्ता तक नजर नहीं आ रहा था।

पौ फटने तक 20 घायलों को खाई से न‍िकाला बाहर

ग्रामीणों ने कुदाल-फावड़ा लेकर किसी तरह घटनास्थल तक पहुंचने का रास्ता बनाया। लेकिन, विषम भौगोलिक परिस्थितियों के चलते घायलों को बाहर नहीं लाया जा सका। मजबूरन ग्रामीणों के साथ ही पुलिस भी एसडीआरएफ टीम का इंतजार करती नजर आई। रात करीब 11 बजे एसडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंची और राहत-बचाव कार्य शुरू हुआ। तड़के एनडीआरएफ की टीम भी मौके पर पहुंची और राहत-बचाव में जुटी। पौ फटने तक टीम ने 20 घायलों को खाई से बाहर निकालकर रिखणीखाल स्वास्थ्य केंद्र भिजवाया, जहां से आठ की गंभीर स्थिति को देखते हुए उन्हें कोटद्वार रेफर कर दिया गया। सुबह से शवों को निकालने का कार्य शुरू हुआ, जो कि शाम तक जारी रहा।

बस दुर्घटना के मृतक

  • विशाल (25) पुत्र बाबूराम, निवासी जालपुर (बिजनौर)
  • रमेश (58) पुत्र मलूकनाथ, निवासी ताछला, यमकेश्वर
  • लखपति सिंह (35) पुत्र केदारनाथ निवासी ग्राम गोदड़ा यमकेश्वर
  • संगीत (35) पुत्र भूरे सिंह निवासी रसूलपुर, लालढा
  • अनीश (52), पुत्र सुक्के, निवासी मंडावली, बिजनौर
  • सुरेंद्र (58) पुत्र बिट्टू, निवासी श्यामपुर, हरिद्वार
  • सतीश (30) पुत्र चंद्र प्रकाश, निवासी श्यामपुर, हरिद्वार
  • अभ्यांश (04) पुत्र सतीश, निवासी श्यामपुर, हरिद्वार
  • मुकेश नाथ (43) पुत्र छोटेलाल निवासी रसूलपुर, लालढांग
  • इस्तियाक (35) पुत्र मुश्ताक, मंडावली, बिजनौर,
  • धनवीर (33) पुत्र भारत भूषण निवासी दुगड्डा
  • अशोक कुमार (41) पुत्र राजेंद्र सिंह, निवासी कलालघाटी, कोटद्वार
  • दिव्यांशी (07) पुत्री गुलाब सिंह, निवासी हरर्बटपुर, देहरादून
  • सैन सिंह (45) वर्ष पुत्र राजे सिंह, कलालघाटी, कोटद्वार
  • अमन (22) पुत्र बृजमोहन सिंह, निवासी ताछला, अमोला, यमकेश्वर
  • अनिल (28) वर्ष चंद्रप्रकाश निवासी गाजीवाला, श्यामपुर, हरिद्वार
  • सुमन (22) पत्नी सोहन लाल, निवासी ताछला, यमकेश्वर
  • सोनी (28) पत्नी धनवीर, निवासी दुगड्डा
  • गुड़िया (25) पत्नी अनिल, निवासी लालढांग
  • दिनेश गुसाई (45) पुत्र त्रिलोक सिंह, निवासी टाडियूंधार, चौबट्टाखाल (बस चालक)
  • वर्षा (28) पत्नी सतीश, निवासी श्यामपुर, हरिद्वार
  • संदीप (34) पुत्र रमेश, निवासी डाडामंडी, कोटद्वार
  • मुकेश (40) पुत्र छोटे लाल, रसूलपुर, लालढांग
  • सोहन लाल (58) पुत्र कालियानाथ, ताछला
  • बृजमोहन (52) पुत्र पीतांबर दत्त, ताछता
  • गुलाब सिंह (41) पुत्र कोमल सिंह, हरबर्टपुर, देहरादून
  • पुष्पा देवी (50) पत्नी रणवीर, द्वारीखाल
  • अज्ञात महिला ()
  • अज्ञात पुरूष ()
  • अज्ञात पुरूष ()
  • इलियास (55) पुत्र रईस, मंडावली, बिजनौर
  • ऋषि (42) पुत्र नंदराम, लालढांग
  • पंकज (19) पुत्र गोविंद सिंह, डाडामंडी

पौड़ी बस हादसे में घायलों की सूची

  • अंजलि (17) पुत्री धीरेंद्र, निवासी लालढांग, 17 वर्ष।
  • गौरव (25) पुत्र तेजपाल, निवासी ग्राम अमोला, यमकेश्वर
  • धनवीर (18) पुत्र वीरेंद्र, निवासी ग्राम अमोला
  • धीरेंद्र (48) पुत्र ज्ञान सिंह, निवासी डाडामंडी (द्वारीखाल)
  • जयपाल (43) पुत्र मोहन सिंह, निवासी लालढांग
  • पंकज नारंग (24) पुत्र राकेश, निवासी लालढांग
  • आकाश (15) पुत्र धीरेंद्र प्रसाद, निवासी लालढांग
  • सुमित (21) पुत्र धर्मपाल, निवासी लालढांग
  • सादान (18) पुत्र मुस्तकीम खान, निवासी बिजनौर
  • शिवानी (04) पुत्री अनिल सिंह, निवासी लालढांग
  • आदित्य (11) पुत्र धनवीर सिंह निवासी दुगड्डा (कोटद्वार)
  • पूजा (30) पत्नी कुलदीप, निवासी लालढांग
  • पूनम (32) पत्नी धनवीर निवासी लालढांग
  • 14- मोहित (40) पुत्र काशीनाथ, निवासी लालढांग
  • 15- मथुरा (51) प्रसाद पुत्र चंडीप्रसाद, निवासी दिउसाचौड़ (कोटद्वार)
  • 16- निखिल (15) पुत्र ममराज, निवासी मंडावली, बिजनौर
  • 17- आशा देवी (31) पत्नी अशोक निवासी कलालघाटी (कोटद्वार)
  • 18. अनूप (20) पुत्र जगदीश, निवासी पैलढागी, यमकेश्वर

Uttarakhand Accident: पौड़ी बस हादसे में मृतकों की संख्‍या बढ़कर हुई 30, इस बस में सवार थे करीब 45 लोग


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