प्रो. अन्नपूर्णा नौटियाल बनीं गढ़वाल विश्वविद्यालय की कुलपति, जानिए उनके बारे में
वरिष्ठ प्रोफेसर अन्नपूर्णा नौटियाल एचएनबी गढ़वाल केंद्रीय विश्वविद्यालय की स्थायी कुलपति नियुक्त हुई हैं।
श्रीनगर गढ़वाल, जेएनएन। राजनीति विज्ञान की वरिष्ठ प्रोफेसर अन्नपूर्णा नौटियाल एचएनबी गढ़वाल केंद्रीय विश्वविद्यालय की स्थायी कुलपति नियुक्त हुई हैं। बतौर विजिटर राष्ट्रपति ने पांच साल के लिए उन्हें कुलपति पद पर स्थायी रूप से नियुक्त किया है। पिछले करीब डेढ़ वर्ष से बतौर प्रभारी कुलपति का कार्यभार संभाल रही थीं।
केंद्रीय मानव संसाधन मंत्रालय से इस संबंध में लिखित जानकारी मिलने पर गुरुवार को प्रो. अन्नपूर्णा नौटियाल ने दिल्ली में ही विश्वविद्यालय कार्य परिषद के सदस्यों के सम्मुख स्थायी कुलपति पद का भी कार्यभार ग्रहण कर लिया। विश्वविद्यालय ईसी की बैठक गुरुवार को दिल्ली में एसोसिएशन ऑफ इंडियन यूनिवर्सिटी के सभागार में हुई, जहां उन्हें स्थायी कुलपति बनाए जाने की जानकारी मिला। नियुक्ति की तिथि से ही उनके पांच साल का कार्यकाल शुरू होगा।
प्रो. अन्नपूर्णा नौटियाल राजनीति विज्ञान क्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर जानी मानी विशेषज्ञ हैं। जार्ज मैसन यूनिवर्सिटी वर्जीनिया अमेरिका की वह पिछले कई सालों से विशेष फैलो हैं।
राजनीति विज्ञान के क्षेत्र में उनके जरिए किए गए उच्च स्तरीय शोध और उनकी शैक्षणिक उपलब्धियों को लेकर यूजीसी ने वर्ष 2007 में गढ़वाल विश्वविद्यालय के राजनीति विज्ञान विभाग को स्पेशल असिस्टेंट प्रोग्राम सेप स्वीकृत किया था, जो विश्वविद्यालय के लिए एक बड़ी उपलब्धि थी। गढ़वाल केंद्रीय विश्वविद्यालय की स्थायी कुलपति बनी प्रो. नौटियाल विश्वविद्यालय की वरिष्ठतम प्रोफेसर होने के नाते एक अप्रैल 2018 से गढ़वाल विश्वविद्यालय के प्रभारी कुलपति पद के दायित्व का भी निर्वहन कर रही थीं।
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स्थायी कुलपति पद के लिए हुए साक्षात्कार के बाद केंद्रीय मानव संसाधन मंत्रालय और बतौर विजिटर राष्ट्रपति को स्वीकृति के लिए भेजे जाने वाले तीन नामों के पैनल में उनका नाम शामिल था। राष्ट्रपति ने बतौर विजिटर गढ़वाल केंद्रीय विश्वविद्यालय के कुलपति पद के लिए उनके नाम को स्वीकृति दी। जिस पर केंद्रीय मानव संसाधन मंत्रालय के उपसचिव सूरज सिंह द्वारा कुलसचिव डॉ. एके झा को इस संबंध में लिखित जानकारी दी गई, जिस पर कुलसचिव ने नियुक्ति संबंधी आदेश को प्रो. अन्नपूर्णा नौटियाल तक पहुंचाया। प्रो. अन्नपूर्णा नौटियाल ने अप्रैल 1990 में गढ़वाल विश्वविद्यालय के राजनीति विज्ञान विभाग में बतौर रीडर कार्यभार ग्रहण किया था।
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