कोरोना के खात्मा को हुई विशेष पूजा-अर्चना
रविवार को सूर्यग्रहण समाप्त होने के बाद श्रीनगर के प्राचीन कमलेश्वर महादेव मंदिर में महंत आशुतोष पुरी महाराज ने विशेष पूजा अर्चना करने के साथ ही शिवलिग पर जलाभिषेक कर कोरोना महामारी को समाप्त करने और सुख शांति की कामना को लेकर ईश्वर से प्रार्थना की।
जागरण संवाददाता, श्रीनगर गढ़वाल: रविवार को सूर्यग्रहण समाप्त होने के बाद श्रीनगर के प्राचीन कमलेश्वर महादेव मंदिर में महंत आशुतोष पुरी महाराज ने विशेष पूजा अर्चना करने के साथ ही शिवलिग पर जलाभिषेक कर कोरोना महामारी को समाप्त करने और सुख शांति की कामना को लेकर ईश्वर से प्रार्थना की।
कलियासौड़ स्थित सिद्धपीठ धारी देवी मंदिर में भी सूर्यग्रहण समाप्त होने के बाद मां भगवती को स्नान कराने और श्रृंगार कराने के उपरांत मुख्य पुजारी लक्ष्मी प्रसाद पांडे ने सुख शांति की कामना और कोरोना महामारी को समाप्त करने की प्रार्थना मां भगवती से की। घसिया महादेव स्थित कटकेश्वर महादेव मंदिर, चौरास स्थित किलकिलेश्वर महादेव मंदिर, श्रीकोट गंगानाली स्थित शिव मंदिर में भी विशेष पूजा अर्चना कर शिवालय में जलाभिषेक करते सर्वे भवंतु सुखिन: की मंगल कामना की गयी। प्राचीन कंसमर्दनी मंदिर के साथ ही अन्य मंदिरों में भी देश की समाज की खुशहाली और सुख शांति की कामना को पूजा अर्चना की।
बीते शनिवार सांय सूतककाल लगने से श्रीनगर के प्राचीन कमलेश्वर महादेव मंदिर, सिद्धपीठ मां धारी देवी मंदिर के साथ ही अन्य मंदिरों में भी की जाने वाली पूजा अर्चना बंद कर देने के साथ ही शिवलिग और मूर्तियों को भी ढक दिया गया था। रविवार को सूर्यग्रहण समाप्त होने के बाद महंत आशुतोष पुरी महाराज के सानिध्य में प्राचीन कमलेश्वर महादेव मंदिर में शिवालय के बंद कपाट खोलने के साथ ही विशेष पूजा अर्चना और जलाभिषेक किया गया। सिद्धपीठ धारी देवी मंदिर में भी मुख्य पुजारी पंडित लक्ष्मी प्रसाद पांडे ने अपने अन्य सहयोगी पुजारियों के साथ मां भगवती देवी को गंगाजल से स्नान कराने और श्रृंगार कराने के बाद विशेष पूजा अर्चना की। घसिया महादेव स्थित कटकेश्वर महादेव मंदिर में महेश गिरी साथ पंडित देवेंद्र उनियाल शास्त्री ने विधिवत पूजा अर्चना की गयी।