ट्रेनों के संचालन को व्यापारियों ने किया प्रदर्शन
लॉकडाउन के बाद से बंद पड़ी गढ़वाल व मसूरी एक्सप्रेस को दोबारा संचालित करने की मांग को लेकर व्यापारियों ने सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन किया।
संवाद सहयोगी, कोटद्वार: लॉकडाउन के बाद से बंद पड़ी गढ़वाल व मसूरी एक्सप्रेस को दोबारा संचालित करने की मांग को लेकर व्यापारियों ने सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन किया। उन्होंने आरोप लगाया कि सिद्धबली जन शताब्दी एक्सप्रेस चलाने के नाम पर रेलवे विभाग जनता को गुमराह कर रहा है। इस दौरान रेलवे स्टेशन के बाहर व्यापारियों व पुलिसकर्मियों के बीच झड़प भी हुई।
बुधवार दोपहर नगर उद्योग व्यापार मंडल के अध्यक्ष महेंद्र सिंह बिष्ट के नेतृत्व में व्यापारी हिदू पंचायती धर्मशाला में एकत्रित हुए और यहां से जुलूस के रूप में गोखले मार्ग, नजीबाबाद रोड और झंडा चौक से होते हुए रेलवे स्टेशन परिसर के बाहर पहुंचे। बड़ी संख्या में स्टेशन के भीतर रेलवे अधिकारियों से मिलने जा रहे व्यापारियों को पुलिस बल ने प्रवेश द्वार पर ही रोक दिया। इससे गुस्साए व्यापारी प्रवेश द्वार पर ही धरने पर बैठ गए। करीब आधे घंटे बाद गढ़वाल सांसद तीरथ सिंह रावत व्यापारियों से मिलने पहुंचे। व्यापारियों ने सांसद को बताया कि रेलवे विभाग गढ़वाल एक्सप्रेस के समय पर सिद्धबली जन शताब्दी एक्सप्रेस चलाकर इसे अपनी उपलब्धि बता रहा है, जबकि हकीकत यह है कि किराया बढ़ाने के लिए गढ़वाल एक्सप्रेस का नाम बदलकर सिद्धबली जन शताब्दी एक्सप्रेस किया गया है। व्यापारियों ने सिद्धबली एक्सप्रेस का संचालन जारी रखने के साथ ही मसूरी व गढ़वाल एक्सप्रेस को सुबह के समय संचालित करवाने की मांग की है। वहीं, सांसद के आश्वासन के बाद व्यापारियों ने प्रदर्शन समाप्त किया। इस मौके पर महामंत्री राजेंद्र भाटिया, संजय मित्तल, विनय भाटिया, अंकित अग्रवाल, सुधीर बहुगुणा, राजा राम अण्थवाल, मोहन सिंह आदि मौजूद रहे।