अब प्लास्टिक से तौबा, थालियों में ही परोसा जाएगा खाना
संवाद सहयोगी, पौड़ी : मंडल मुख्यालय के दूरस्थ क्षेत्र विकासखंड थलीसैंण के स्यूंसाल गांव के युवा
संवाद सहयोगी, पौड़ी : मंडल मुख्यालय के दूरस्थ क्षेत्र विकासखंड थलीसैंण के स्यूंसाल गांव के युवा गांव को प्लास्टिक मुक्त करने की मुहिम में जुटे हैं। वीर चंद्र ¨सह गढ़वाली चौथान विकास समिति के युवाओं की मुहिम रंग भी लाई है। गांवों में शादी समारोह व धार्मिक कार्यक्रमों में प्लास्टिक के डिस्पोजल व थालियों का उपयोग पूर्ण रूप से बंद हो गया है। अब कई गांव में पंचायती बर्तनों का उपयोग होने लगा है। समिति धार्मिक आयोजनों में लोगों को पुराने कपड़ों से बने थैले वितरीत भी कर रही है, ताकि लोग कूड़ा उसमें डाल सके।
मुख्यालय से करीब 110 किलोमीटर दूरी पर स्थित थलीसैंण विकासखंड के स्यूंसाल गांव में वीर चंद्र ¨सह गढ़वाली चौथान विकास समिति के युवाओं ने अपने प्रयासों से शादी, धार्मिक आयोजनों में प्लास्टिक का इस्तेमाल पूर्ण रूप से बंद कर दिया है। ग्रामीणों ने इस मुहिम की शुरुआत 2013 में की थी। वीर चंद्र ¨सह गढ़वाली चौथान विकास समिति की इस मुहिम में 700 से ज्यादा लोग भागीदारी निभा रहे हैं। समिति के महासचिव भीम ¨सह रावत ने बताया कि गांव में प्लास्टिक, डिस्पोजल आदि सामग्री का उपयोग बढ़ रहा था, जिससे पर्यावरण को काफी नुकसान पहुंच रहा था। कहा कि यह सब देखकर स्यूंसाल गांव में एक समिति का गठन किया गया। उन्होंने खुद अपने गांव के युवाओं, महिलाओं व बुजुगरें को एकत्रित किया। समिति में शामिल सभी लोग गांव को प्लास्टिक मुक्त बनाने में जुट गए। मुहिम से जुड़े लोगों ने लोगों को प्लास्टिक के दुष्परिणाम से अवगत कराया। सभी लोगों की मेहनत रंग लाई और स्यूंसाल गांव में प्लास्टिक से बनी सामग्री का इस्तेमाल पूर्ण रूप से बंद हो गया। अब समिति दूर-दराज गांवों में जाकर लोगों को जागरूककरने में जुट गई है। इस मुहिम को देख अन्य गांवों में भी धीरे-धीरे प्लास्टिक का इस्तेमाल कम होने लगा है। रावत ने कहा कि कई गांवों में अब पंचायती बर्तनों का उपयोग होने लगा है। समिति ने चौथान दर्पण नाम से पुस्तक का विमोचन भी किया है। पुस्तक के माध्यम से भी लोगों को जागरूक करने का प्रयास किया जा रहा है।