Coronavirus से बढ़ेंगी सामाजिक और आर्थिक चुनौतियां, मानसून में संक्रमण बढ़ने का भी अंदेशा
विशेषज्ञ डॉ. राजन सुदेश रत्ना ने सोशियो इकोनॉमिक डायमेंशन ऑफ सोसाइटी एंड स्पेशल फोकस टू इंडिया पर व्याख्यान देते हुए कहा कि कोविड-19 से सामाजिक और आर्थिक चुनौतियां बढ़ेंगी।
श्रीनगर गढ़वाल, जेएनएन। गढ़वाल केंद्रीय विवि के इनोवेशन सेल की ओर से ऑनलाइन वेबिनार अंतरराष्ट्रीय कार्यशाला के दूसरे और अंतिम दिन कोविड-19 के विभिन्न पहलुओं और प्रभाव पर प्रकाश डाला गया। शोधार्थियों ने ओरल और पोस्टर प्रजेंटेशन से अपने शोध कार्यों को प्रस्तुत किया। इस दौरान यूएन ईएससीएपी बैंकॉक के विशेषज्ञ डॉ. राजन सुदेश रत्ना ने सोशियो इकोनॉमिक डायमेंशन ऑफ सोसाइटी एंड स्पेशल फोकस टू इंडिया पर व्याख्यान देते हुए कहा कि कोविड-19 से सामाजिक आर्थिक चुनौतियां बढ़ेंगी। मानव स्वास्थ्य के साथ ही कोविड-19 मांग और आपूर्ति दोनों को प्रभावित करेगा।
वहीं, आइआइटीएम दिल्ली के डॉ. अतुल कुमार श्रीवास्तव ने जनसंख्या वृद्धि के कारण, ऊर्जा की बढ़ती मांग और वायु गुणवत्ता पर व्याख्यान देते हुए एयरोसोल लोडिंग के बारे में बताया। पूर्वांचल विवि के डॉ. श्रवण कुमार ने मानसून के दौरान कोविड-19 संक्रमण बढ़ने का अंदेशा जताया। विवि के टिहरी परिसर के प्रो. आरसी रमोला ने गढ़वाल केंद्रीय विवि के भौतिक विज्ञान विभाग में गठित एयरोसोल एयर क्वालिटी कंट्रोल एंड क्लाइमेट चेंज रिसर्च सोसाइटी के उद्देश्यों पर प्रकाश डाला। डॉ. आलोक सागर गौतम की ओर से स्थापित लाइटनिंग मॉनिटरिंग लैब के कार्यों और लाभों के बारे में भी प्रो. रमोला ने विस्तार से जानकारी दी।
उद्यानिकी विवि रानीचौरी के पर्यावरण विज्ञान के प्राध्यापक डॉ. एसपी सती ने कोरोना वायरस का मानव जाति पर पड़ने वाले प्रभावों के बारे में बताते हुए कहा कि अब सरकारें स्वास्थ्य क्षेत्र में ज्यादा निवेश करेंगी। ऑनलाइन पठन-पाठन के दुष्प्रभावों पर प्रकाश डालते डॉ. सती ने कहा कि इससे छात्रों और शिक्षकों की विश्वविद्यालय गतिविधियों में कमी भी आ सकती है। कार्यशाला के संयोजक डॉ. आलोक सागर गौतम ने ऑनलाइन सम्मेलन के विभिन्न बिंदुओं पर चर्चा की। गढ़वाल विवि शिक्षा विभाग की प्रो. सीमा धवन ने सतत विकास लक्ष्य और कोविड-19 का शिक्षा और समाज पर प्रभाव विषय पर व्याख्यान दिया। शोध छात्रों ने पोस्टर प्रजेंटेशन किया।
प्रो. आरसी रमोला, प्रो. आरएस नेगी, प्रो. सीमा धवन, प्रो. महावीर सिंह नेगी, डॉ. सुरेंद्र प्रताप सिंह, डॉ. देवेंद्र सिंह की अध्यक्षता में तकनीकी सत्र संपन्न हुआ। कार्यशाला के अंतिम सत्र की अध्यक्षता डॉ. योगेंद्र कुमार गौतम, डॉ. कृष्णकांत यादव, डॉ. विनीत कुमार मौर्य ने संयुक्त रूप से की। डॉ. तुषार कंडारी, डॉ. पूनम सेमवाल, प्रो. एचपी भट्ट, डॉ. आंचल रावत, डॉ. गरिमा यादव, प्रो. सीमा धवन, अभिषेक जोशी, संजीव कुमार, निधि गैरोला, तौफीक अहमद, करन सिंह के साथ ही बड़ी संख्या में शोध छात्रों ने भी इस ऑनलाइन कार्यशाला में प्रतिभाग किया।
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