Move to Jagran APP

शंकराचार्य निश्चलानंद सरस्वती महाराज बोले, विकास के नाम पर खत्म की गंगा की अविरलता

गोवर्द्धन पीठ के शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती महाराज ने कहा कि विकास के नाम पर गंगा को दूषित एवं विकृत करने के साथ ही विलुप्ति के कगार पर भी पहुंचा दिया गया है।

By BhanuEdited By: Published: Mon, 18 Jun 2018 12:03 PM (IST)Updated: Mon, 18 Jun 2018 09:45 PM (IST)
शंकराचार्य निश्चलानंद सरस्वती महाराज बोले, विकास के नाम पर खत्म की गंगा की अविरलता
शंकराचार्य निश्चलानंद सरस्वती महाराज बोले, विकास के नाम पर खत्म की गंगा की अविरलता

श्रीनगर गढ़वाल [जेएएनएन]: गोवर्द्धन पीठ के शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती महाराज ने कहा कि विकास के नाम पर गंगा को दूषित एवं विकृत करने के साथ ही विलुप्ति के कगार पर भी पहुंचा दिया गया है। गंदे नालों, बांध व सुरंग परियोजनाओं के नाम पर जिम्मेदारों ने गंगा को दूषित कर उसकी अविरलता भी समाप्त कर दी है। हरिद्वार के बाद तो गंगा तो सिर्फ नाम की ही रह गई है। टिहरी जैसे बड़े बांधों से लाभ कम और हानि ज्यादा है। 

loksabha election banner

श्रीनगर में पत्रकारों से बातचीत के दौरान शंकराचार्य निश्चलानंद सरस्वती ने कहा कि केंद्र और प्रदेश सरकारों ने अदूरदर्शिता का परिचय देते हुए इन परियोजनाओं को क्रियान्वित कर गंगा को दूषित करने का ही कार्य किया है। गंगा तभी अविरल एवं स्वच्छ रह सकती है, जब बांधों का निर्माण और उद्योगों की गंदगी को गंगा में जाने से रोका जाए।

शंकराचार्य ने कहा कि देश में सत्तालोलुपता और अदूरदर्शिता की राजनीति हो रही है। ज्ञान-विज्ञान तक का आदर नहीं है। अदूरदर्शिता नीतियों का ही नतीजा है कि सीमाओं पर जवान शहीद हो रहे है। 

कुछ संतों पर लग रहे आरोपों के बारे में शंकराचार्य ने कहा कि राजनीतिक दलों ने संतों को अपने प्रचार-प्रसार का माध्यम बना दिया है। यह भविष्य के लिए अच्छा संकेत नहीं।

यह भी पढ़ें: अगर सेना का सब्र टूटा तो पाकिस्तान जैसे होंगे भारत के हालात

यह भी: सचिवालय में भर्ती के नाम पर ठगी को कांग्रेस ने बनाया मुद्दा

यह भी पढ़ें: किशोर ने उठाई उत्तराखंड को वन प्रदेश घोषित करने की मांग


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.